इनमें से कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो कड़क चाय बनाने के लिए इसे बहुत ज्यादा उबालते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना हानिकारक हो सकता है।
डाइटिशियन पायल शर्मा का कहना है कि ज्यादा उबली हुई चाय सेहत के लिए खतरनाक है। हाल ही में आईसीएमआर ने इस संबंध में दिशानिर्देश जारी करते हुए कहा कि लंबे समय तक उबली हुई चाय पीने से हमारे लीवर और हृदय पर बुरा प्रभाव पड़ता है। आइए जानते हैं इससे होने वाले नुकसान के बारे में।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अनुसार, काली चाय में पॉलीफेनोल्स जैसे टैनिन, कैटेचिन, थियोफ्लेविन और फ्लेवोनोइड जैसे कई यौगिक होते हैं। इसमें प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं। लेकिन बहुत अधिक टैनिन शरीर के कई हिस्सों को प्रभावित करता है।
विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर आप लंबे समय तक उबली हुई चाय पीते हैं तो इससे ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। अगर आप इसे बहुत ज्यादा उबालते हैं या बार-बार गर्म करते हैं तो इससे अधिक टैनिन निकलता है। इससे रक्तचाप बढ़ सकता है
बार-बार उबली हुई चाय पीने से शरीर में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है। इससे पेट संबंधी समस्याएं होने का खतरा रहता है। खासतौर पर अगर आप गर्मियों में ऐसी चाय पीते हैं तो इससे पेट दर्द, कब्ज, एसिडिटी और पाचन संबंधी अन्य समस्याएं हो सकती हैं।
अतिरिक्त टैनिन आयरन और कैल्शियम के अवशोषण को रोकता है। ऐसे में जिन लोगों को हड्डियों या दांतों से जुड़ी कोई समस्या है उन्हें चाय नहीं पीनी चाहिए। विशेषज्ञों के मुताबिक, ज्यादा कड़क चाय पीने से एनीमिया हो सकता है।