चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारियों से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बड़ा कदम उठाया है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बीसीसीआई ने खिलाड़ियों के व्यवहार और टीम के प्रबंधन को लेकर कड़े नियम लागू किए हैं।
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब प्रदर्शन के बाद सख्ती
टीम इंडिया को हाल के दिनों में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन का सामना करना पड़ा।
- न्यूजीलैंड के खिलाफ: घरेलू सीरीज में 0-3 से हार।
- बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी: ऑस्ट्रेलिया में 1-3 से हार।
इन असफलताओं ने BCCI को टीम के प्रबंधन और अनुशासन को सुधारने के लिए कड़े फैसले लेने पर मजबूर कर दिया।
BCCI का अहम फैसला
1. परिवारों के साथ यात्रा पर सख्ती
- खिलाड़ियों की पत्नियों और परिवारों को विदेशी दौरों पर पूरी अवधि के लिए साथ रहने की अनुमति नहीं होगी।
- 45 दिनों से अधिक लंबे दौरों पर परिवार अधिकतम 14 दिनों तक साथ रह सकेंगे।
- छोटे दौरों पर परिवार केवल 1 सप्ताह तक टीम होटल में रह सकते हैं।
- पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर कई खिलाड़ियों के परिवार पूरे समय उनके साथ थे, जिसे अब रोकने का निर्णय लिया गया है।
2. एक साथ यात्रा करेंगे सभी खिलाड़ी
- टीम एकता बनाए रखने के लिए सभी खिलाड़ियों को टीम बस से यात्रा करनी होगी।
- हाल के दिनों में कई स्टार खिलाड़ियों को निजी साधनों से यात्रा करते देखा गया था, जिसे अब बंद कर दिया गया है।
- कोई भी खिलाड़ी, चाहे वह कितना भी बड़ा स्टार क्यों न हो, अलग से यात्रा नहीं कर सकेगा।
3. निजी मैनेजर की अनुमति नहीं
- बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान गौतम गंभीर के निजी मैनेजर की टीम में मौजूदगी ने विवाद खड़ा किया था।
- अब निजी स्टाफ या मैनेजर को टीम से दूर रहने का निर्देश दिया गया है।
- टीम के सभी सदस्य केवल टीम के आधिकारिक साधनों का उपयोग करेंगे।
मुंबई समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णय
शनिवार को मुंबई में आयोजित एक समीक्षा बैठक में यह फैसले लिए गए। बैठक में शामिल थे:
- बीसीसीआई के वरिष्ठ अधिकारी।
- मुख्य कोच गौतम गंभीर।
- मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर।
- टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा।
बैठक में खिलाड़ियों के प्रदर्शन, टीम की एकता, और टीम प्रबंधन के सुधार पर चर्चा की गई।
BCCI का उद्देश्य: टीम अनुशासन और एकता
- हाल के खराब प्रदर्शन के बाद टीम की एकता को प्राथमिकता दी जा रही है।
- व्यक्तिगत प्राथमिकताओं पर टीम के नियमों को तरजीह दी जाएगी।
- टीम के सभी सदस्यों को अनुशासन का पालन करना होगा, चाहे वह स्टार खिलाड़ी ही क्यों न हो।