मोटापे के खिलाफ लड़ाई: आनंद महिंद्रा, उमर अब्दुल्ला..पीएम मोदी ने 10 लोगों को नामित किया

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पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में लोगों से शरीर का मोटापा कम करने के लिए एक साथ आने की अपील की है। उन्होंने लोगों को भोजन में कम तेल खाने की सलाह दी है। इसके बाद उन्होंने कहा कि वह 10 लोगों को नामित करेंगे और देखेंगे कि क्या वे अपने भोजन में तेल का उपयोग 10 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं। इस अपील के दूसरे दिन यानी आज पीएम मोदी ने ट्वीट के जरिए 10 लाख लोगों को नॉमिनेट किया है। आइए जानते हैं वो कौन हैं।

 

पीएम मोदी ने ट्वीट किया, “जैसा कि कल की मन की बात में बताया गया था, मैं मोटापे के खिलाफ लड़ाई को मजबूत करने और भोजन में खाद्य तेल की खपत को कम करने के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए निम्नलिखित लोगों को नामित करना चाहूंगा।” मैं उनसे यह भी अनुरोध करता हूं कि वे 10-10 लोगों को नामांकित करें ताकि हमारा आंदोलन बड़ा हो सके।

प्रधानमंत्री मोदी ने किसे नामित किया?

पीएम मोदी ने आनंद महिंद्रा, निरहुआ (दिनेश लाल यादव), मनु भाकर, मीराबाई चानू, मोहनलाल, नंदन नीलेकणि, उमर अब्दुल्ला, अभिनेता माधवन, श्रेया घोषाल और सुधा मूर्ति को नामांकित किया है। इन सभी लोगों से 10-10 लोगों को नामित करने की अपील की गई है।

 

 

 

उमर अब्दुल्ला ने क्या कहा?

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मनोनीत किये जाने पर उमर अब्दुल्ला ने खुशी व्यक्त की। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मोटापे के खिलाफ शुरू किए गए अभियान से जुड़कर बहुत खुश हैं। मोटापे के कारण जीवनशैली से संबंधित अनेक स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जैसे हृदय रोग, टाइप 2 मधुमेह, स्ट्रोक और श्वास संबंधी समस्याएं, साथ ही मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं जैसे चिंता और अवसाद भी उत्पन्न होते हैं। आज मैं इन 10 लोगों को मोटापे के खिलाफ प्रधानमंत्री के अभियान में शामिल होने के लिए नामित कर रहा हूं और उनसे आग्रह करता हूं कि वे इस लड़ाई को आगे बढ़ाने के लिए 10-10 लोगों को नामित करें।’ उमर ने किरण मजूमदार शॉ, सज्जन जिंदल, दीपिका पादुकोण, सानिया मिर्जा सहित 10 लोगों को नामित किया था।

 

 

 

हर 8 में से एक व्यक्ति मोटापे से ग्रस्त है

कल प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि भोजन में कम तेल का उपयोग करना और मोटापे से लड़ना न केवल हमारी अपनी पसंद है, बल्कि हमारे परिवारों के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी है। भोजन में तेल का अत्यधिक उपयोग हृदय रोग, मधुमेह और उच्च रक्तचाप जैसी कई बीमारियों का कारण बन सकता है। अपनी खान-पान की आदतों में छोटे-छोटे बदलाव करके आप अपने भविष्य को मजबूत, फिट और रोगमुक्त बना सकते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें बिना किसी देरी के इस दिशा में अपने प्रयास बढ़ाने होंगे और इसे अपने जीवन में लागू करना होगा। हम सब मिलकर खेल में यह काम बहुत प्रभावी ढंग से कर सकते हैं। एक अध्ययन के अनुसार आज हर आठ में से एक व्यक्ति मोटापे की समस्या से ग्रस्त है। पिछले कुछ वर्षों में मोटापे के मामले दोगुने हो गए हैं, लेकिन इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि बच्चों में मोटापे की समस्या भी चार गुना बढ़ गई है।