नैनीझील की गहराई एवं तलहटी की आकृति की जानकारी के लिए शुरु हुआ बाथिमेट्रिक सर्वेक्षण

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नैनीताल, 18 जुलाई (हि.स.)। नैनीताल स्थित विश्वप्रसिद्ध नैनीझील का भारतीय नौसेना के पोत आईएनएस सर्वेक्षक की सर्वे टीम के द्वारा बाथिमेट्रिक सर्वेक्षण शुरू हो गया है। बताया गया है कि इस सर्वेक्षण का उद्देश्य झील की गहराई एवं झील की तलहटी की आकृति के बारे में सटीक जानकारी और डेटा एकत्र करना है।

इस सर्वेक्षण का नेतृत्व कुमाऊं विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र व आईएनएस सर्वेक्षण के कमान अधिकारी कैप्टन त्रिभुवन सिंह कर रहे हैं। टीम में लेफ्टिनेंट कमांडर दीपक बिष्ट और पांच नाविक भी शामिल हैं। यह सर्वेक्षण नैनीताल में स्थित भारतीय नौ सेना की एकमात्र एनसीसी इकाई 5-यूके नेवल यूनिट के कमान अधिकारी कैप्टन चंद्रविजय नेगी के निर्देशन में किया जा रहा है। सटीक और कुशल डेटा संग्रह के लिए टीम को बड़ी फ्लैट-बाटम नाव भी उपलब्ध करवाई गई है। साथ ही उपकरणों की सुरक्षा और सर्वेक्षण उपकरणों के रख रखाव के लिये सुरक्षित स्थान भी उपलब्ध कराया गया है। एनसीसी भी इस टीम को प्रशासनिक व अन्य सहायता उपलब्ध कराएगी।

बताया गया है कि बाथमेट्रिक सर्वे के लिए भारतीय नौसेना गोताखोरों की मदद से समुद्र की गहराई व घनत्व सहित अन्य पारिस्थितिकी के बारे में जानकारी जुटाती रही है। पहली बार नैनी झील में यह प्रयोग किया जा रहा है। यह सर्वेक्षण एक सप्ताह तक चलेगा। माना जा रहा है कि यह सर्वे झील के संरक्षण और भविष्य के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।