मौत का बाथरूम! जानिए क्यों नहाते समय लोगों को आता है हार्ट अटैक

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हार्ट अटैक: सर्दियां आते ही कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक के मामले काफी बढ़ जाते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि ज्यादातर कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक लोगों को बाथरूम में नहाते समय आते हैं। लेकिन क्या आप इसके पीछे की वजह जानते हैं? सबसे ज्यादा हार्ट अटैक बाथरूम में ही क्यों आते हैं? या फिर हार्ट अटैक बाथरूम में ही क्यों आते हैं? हार्ट अटैक बाथरूम में ही क्यों ज्यादा आते हैं? आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि हार्ट अटैक की इस स्थिति से कैसे बचा जाए।

दिल का दौरा पड़ने का मुख्य कारण क्या है?

सबसे पहले आपको यह जानना होगा कि हार्ट अटैक आने की मुख्य वजह क्या है। विशेषज्ञों के अनुसार, कार्डियक अरेस्ट या हार्ट अटैक कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की वजह से होता है। एम्स के पूर्व कंसल्टेंट डॉ. विमल झांझर के अनुसार, जब शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 से ज़्यादा होता है, तो हार्ट अटैक का ख़तरा बढ़ जाता है। कोलेस्ट्रॉल एक तरह का फैट होता है, जो आम तौर पर जानवरों में पाया जाता है। जो लोग ज़्यादा दूध या नॉनवेज खाते हैं, उनमें कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने की संभावना होती है। 

दिल का दौरा क्यों पड़ता है?

जिन लोगों का ट्राइग्लिसराइड का स्तर अधिक होता है, उन्हें भी दिल का दौरा पड़ने का खतरा रहता है। यह एक प्रकार का तेल है। मूंगफली और सूखे मेवों का अधिक सेवन करने से शरीर में हाई ट्राइग्लिसराइड का स्तर बढ़ जाता है। 

हृदयाघात और दिल के दौरे से कौन पीड़ित होता है?

जिन लोगों को हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, उनमें कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक की संभावना अधिक होती है। इसके अलावा, बढ़ा हुआ ब्लड शुगर हार्ट अटैक का कारण बनता है।

जो लोग बहुत ज़्यादा धूम्रपान करते हैं, गुटखा या किसी भी तरह के तंबाकू का सेवन करते हैं, उन्हें भी दिल की बीमारियों का ख़तरा रहता है। दिल की बीमारी का मुख्य कारण तनाव है। 

बाथरूम में दिल का दौरा क्यों पड़ता है?

अक्सर शौच या पेशाब के दौरान हार्ट अटैक या अचानक कार्डियक अरेस्ट के मामले सामने आते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस समय लोगों को ज़्यादा ज़ोर लगाना पड़ता है। दबाव के कारण ऑटोमेटिक नर्वस सिस्टम में संवेदनाओं का संतुलन बिगड़ जाता है। इसके बाद ब्लड प्रेशर कम हो जाता है। दिमाग में रक्त का प्रवाह भी कम हो जाता है और बेहोशी छाने लगती है। हेल्थलाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बाथरूम में हार्ट अटैक आने के पीछे की वजह सिम्पैथेटिक और पैरासिम्पैथेटिक ऑटोनॉमिक नर्वस सिस्टम के बीच असंतुलन है।