बड़वानी, 22 अप्रैल (हि.स.)। भगवान बिरसा मुंडा महाविद्यालय में सोमवार को विश्व पृथ्वी दिवस के उपलक्ष्य में संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत् विकास लक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए पृथ्वी को संरक्षित करने और पर्यावरण को बचाने की शपथ ली गई एवं कार्यशाला का आयोजन किया गया। महाविद्यालय के डॉ. नारायण पाटीदार ने पृथ्वी पर पर्यावरण प्रदूषण और उसका जैविक मंडल पर प्रभावों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आज भूमि, जल, वायु, ध्वनि, रेडियो एक्टिव तरंगों आदि के प्रदूषण ने हमारे स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित किया है।
क्रीड़ा अधिकारी डॉ अंजू बाला जाधव ने बताया कि विश्व पृथ्वी दिवस का उद्देश्य पृथ्वी को बचाना और उससे संबंधित जागरूकता लाना,पर्यावरण अनुकूल जीवन शैली अपनाना, ऊर्जा का सदुपयोग करना आदि है, साथ ही पृथ्वी को हरा भरा रखने हेतु अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाना, जिससे कि ग्लोबल वार्मिंग जैसी घटनाएं कम से कम हो।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. परवेज मोहम्मद ने बताया कि हमें पर्यावरण के प्रति जागरूक एवं संवेदनशील होना अनिवार्य है। पर्यावरणीय चुनौतियां वर्तमान के साथ भावी पीढ़ी पर अधिक प्रतिकूल प्रभाव डालेगी। हमारी पृथ्वी को प्लास्टिक जैसे प्रदूषण से बचाना अत्यंत आवश्यक है। आज प्लास्टिक के कण दुनिया के सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट से लेकर दुनिया के सबसे गहरे मारियाना गर्त तक पाए गए हैं। यहाँ तक कि मनुष्य के लीवर और किडनी तक प्लास्टिक पहुँच चुके हैं। प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करें और पृथ्वी एवं पर्यावरण संरक्षण हेतु सामाजिक एंबेसडर के रूप में काम करें। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी डॉ मंसाराम बघेल , प्रो.राजू ओसारी एवं छात्र-छात्राओं में छात्र खेलतीराम, छात्रा सपना धनगर ने भी अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन प्रो.दिनेश ब्राह्मणे ने किया और पर्यावरण संरक्षण की शपथ दिलाई।
विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर महाविद्यालय में किये गये विभिन्न आयोजन
वहीं, शासकीय कन्या महाविद्यालय बड़वानी की ईको क्लब ईकाई के द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस के अवसर पर विभिन्न सतत विकास गोल आधारित कार्यक्रम आयोजित किये गये। इसके अन्तर्गत महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. वंदना भारती के मार्गदर्शन में ईको क्लब प्रभारी डॉ. कविता भदौरिया व सह संयोजक प्रो. सीमा नाईक एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. एनएल गुप्ता, डॉ. रविन्द्र बरडे, डॉ. मनोज वानखेड़े, डॉ. विक्रमसिंह भिड़े, डॉ. प्रियंका देवड़ा, डॉ. इन्दु डावर, डॉ. सुनीता भायल, कृष्णु यादव, प्रो. प्रियंका शर्मा द्वारा महाविद्यालय प्रांगण में आम, पीपल के पौधे रोपे गये। साथ ही छात्राओं के द्वारा सेल्फी पॉइंट के साथ शपथ ली गई कि वह पर्यावरण की रक्षा के लिये सतत कार्य करेंगी। पेड़ो पर टांगे गये सकोरो में पानी भरा गया एवं पेड़ पौधो के साथ पक्षीयों की सुरक्षा भी सुनिश्चत की गई।
वर्तमान की थीम प्लानेट विरूद्ध प्लास्टिक पर आधारित कार्यक्रम में व्याख्यान का आयोजन किया गया तथा छात्राओं और उपस्थित स्टॉफ के बीच ईको क्लब प्रभारी डॉ. कविता भदौरिया के साथ डॉ. रविन्द्र बरडे, डॉ. मनोज वानखेड़े के द्वारा प्लास्टिके को हटाने और कपड़े की थैली के उपयोग के लिये छात्राओं और स्टॉफ को प्रेरित किया गया तथा जूट के बैग का वितरण स्टॉफ के लोगो के बीच किया गया।
डॉ. रविन्द्र बरडे ने ई-वेस्ट और उसके प्रबंधन पर अपनी बात रखी। डॉ. मनोज वानखेड़े ने जल को बचाने के लिये अपना व्याख्यान दिया। डॉ. कविता भदौरिया ने बताया कि अगर तीसरा विश्व युद्ध हुआ तो वह जल के लिये ही होगा। अतः हमारी पृथ्वी जिसे हम माँ की संज्ञा देते है जो अपने बच्चों का पालन-पोषण करती है वो बच्चे तभी सुरक्षित होगें जब माँ सुरक्षित रहेगी। अतः पर्यावरण संरक्षण हम सभी का दायित्व है इसकी रक्षा करना हम सभी का कर्त्तव्य है।