बड़वानी, 5 जुलाई (हि.स.)। कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग के नेतृत्व में शुक्रवार को कलक्ट्रेट परिसर बड़वानी के परिसर में मियावकी पद्धति पौधारोपण किया गया, जिसमें किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम (भारत) के तकनीकी सहयोग से 450 वर्ग मीटर मे 51 प्रकार की प्रजाति के 1,111 पौधों का रोपण किया गया। इसमें औषधीय, वानिकी एवं छायादार पौधों का रोपण किया गया।
इस दौरान कलेक्टर ने अपने द्वारा लगाये गये पौधे की फोटो खिंचकर वायुदूत एप पर भी अपलोड की। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि सभी अपने द्वारा लगाये गये पौधे की फोटो खींचे एवं वायुदूत एप पर अपलोड करें, जिससे वे समय-समय पर अपने द्वारा लगाये गये पौधे की देखभाल कर उसे वृ़क्ष का स्वरूप लेते हुए देख सकें।
कार्यक्रम में कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग, उपसंचालक कृषि विकास विभाग आर. एल. जमरे, सहायक संचालक -महिला एवं बाल विकास विभाग अजय गुप्ता एवं आगा खान ग्राम समर्थन कार्यक्रम (भारत) के क्षेत्रीय प्रबंधक संदीप बघेल विभिन्न विभागों से अधिकारी एवं कर्मचारी गणों के साथ संस्था से साथी देवराम यादव ,इकबाल बेग , संजीव तिवारी , विनय सूर्यवंशी, हेमंत खेरनार एवं शामिल हुए।
क्या है मियावाकी पद्धति
यह वनरोपण की एक पद्धति है, जिसका अविष्कार ‘‘अकिरा मियावाकी‘‘ नामक जापान के एक वनस्पतिशास्त्री ने किया था। इसमें छोटे-छोटे स्थानों पर छोटे-छोटे पौधे रोपे जाते हैं, जो साधारण पौधों की तुलना में दस गुनी तेजी से बढ़ते हैं। यह पद्धति विश्वभर में लोकप्रिय है और इसने शहरी वनरोपण की संकल्पना में क्राति ला दी है। दूसरे शब्दो में घरों और परिसरों के पीछे खाली जगह को उपवन में परिवर्तन कर दिया है।