शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़ दिया है, हर तरफ अराजकता दिख रही है. कुछ देर बाद सेना प्रमुख का संबोधन होगा.
एक महीने से अधिक समय तक चले हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद बांग्लादेश के सेना प्रमुख वॉकर-उज़-ज़मान राष्ट्र को संबोधित करेंगे। इन प्रदर्शनों के बीच प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है.
आरक्षण आन्दोलन ने गति पकड़ ली
बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ चल रहा विरोध प्रदर्शन अब एक बड़े आंदोलन में बदल गया है. इस बीच खबर है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ढाका पैलेस छोड़कर सुरक्षित स्थान पर चली गई हैं. लाखों लोग कर्फ्यू तोड़कर सड़कों पर उतर आए और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करने लगे. सूत्रों ने जानकारी दी है कि शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. एक एजेंसी के मुताबिक बांग्लादेश सरकार के खिलाफ चल रहे इस विरोध प्रदर्शन में अब तक कम से कम 300 लोगों की मौत हो चुकी है.
बांग्लादेश आरक्षण की आग में जल उठा
बांग्लादेश एक बार फिर आरक्षण की आग में जल रहा है, कई जगहों से हिंसा और आगजनी की घटनाएं सामने आ रही हैं। सिराजगंज के इनायतपुर थाने में प्रदर्शनकारियों ने थाने को घेर लिया और आग लगा दी. थाने में आग लगने से 13 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दोपहर के समय हजारों प्रदर्शनकारियों ने इनायतपुर पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया. हमले के कारण पुलिसकर्मी कुछ नहीं कर सके। इसके बाद प्रदर्शनकारियों ने पूरे पुलिस स्टेशन में आग लगा दी, जिसमें 13 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई। इस बीच सेना देश को संबोधित करने वाली है.
सेना प्रमुख जनरल वॉकर लोगों को संबोधित करेंगे
एक महीने से अधिक समय तक चले हिंसक विरोध प्रदर्शन के बाद बांग्लादेश के सेना प्रमुख वॉकर-उज़-ज़मान राष्ट्र को संबोधित करेंगे। सूत्रों से पता चला है कि इन प्रदर्शनों के बीच अब प्रधानमंत्री शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है. सेना के आधिकारिक प्रवक्ता इंटर सर्विसेज जनसंपर्क अधिकारी रशीदुल आलम ने कहा कि जनरल वॉकर लोगों को संबोधित करेंगे.
सेना टैंकों के साथ सड़कों पर गश्त कर रही है
बांग्लादेश में हालात इस हद तक खराब हो गए हैं कि सेना सड़कों पर टैंकों से गश्त कर रही है. इसके बावजूद आंदोलनकारियों का जुनून कम नहीं हुआ है. कई जगहों पर लोगों की भीड़ टैंक वाले सैनिकों से भिड़ रही है. बांग्लादेश में आरक्षण के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शन में रिक्शा चालक भी शामिल हो गए हैं. प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग को लेकर सैकड़ों रिक्शा चालकों ने ढाका की सड़कों पर प्रदर्शन किया है.
हिंसा में 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है
शेख हसीना की सरकार की ओर से देशभर में कर्फ्यू लगा दिया गया है. प्रधानमंत्री शेख हसीना लगातार प्रदर्शनकारियों से शांति की अपील कर रही हैं. लेकिन, आंदोलनकारी इस स्थिति को मानने को तैयार नहीं हैं. पूरे देश में हिंसा जारी है. देशभर में प्रदर्शनकारियों ने पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग करते हुए हिंसक प्रदर्शन किया, जिसमें 13 पुलिसकर्मियों और 6 पत्रकारों समेत 100 लोगों की मौत हो गई.
बांग्लादेश में हिंसा में अब तक क्या हुआ?
- कोटा सिस्टम के खिलाफ छात्रों में काफी नाराजगी है.
- बांग्लादेश के कई शहरों में हिंसक प्रदर्शन.
- हिंसा और आगजनी के बीच देशभर में कर्फ्यू.
- देश में 3 दिन के लिए सरकारी दफ्तर बंद.
- छात्रों के साथ विपक्षी दल भी प्रदर्शन में शामिल हुए.
- सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया.
- देश भर में अवामी लीग पार्टी के कार्यालयों में तोड़फोड़ की गई।
- पीएम शेख हसीना के इस्तीफे की मांग की गई.
- सेना टैंकों के साथ सड़कों पर गश्त कर रही है.
- अब तक 11 हजार से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
- एक महीने में करीब 300 लोगों की मौत हो चुकी है.
- बांग्लादेश में जुलाई से ही हिंसा जारी है.