केला और दूध ये दो स्वादिष्ट और पौष्टिक खाद्य पदार्थ अक्सर एक साथ खाए जाते हैं। लेकिन आयुर्वेद के अनुसार इन दोनों का एक साथ सेवन करना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। कई लोगों का मानना है कि केला और दूध मिलाने से सूजन, गैस, अपच और दस्त जैसी पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। आइए इस लेख में हम आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से समझेंगे कि केले और दूध का कॉम्बिनेशन हानिकारक क्यों माना जाता है।
आयुर्वेद में केले को ‘ठंडा’ और ‘मीठा’ गुणों वाला माना जाता है, जबकि दूध को ‘ठंडा’ और ‘रसदार’ गुणों वाला माना जाता है। विभिन्न गुणों वाले खाद्य पदार्थों को एक साथ मिलाने से ‘खराब भोजन’ बनता है, जिसे आयुर्वेद में हानिकारक माना जाता है। ऐसा माना जाता है कि खराब आहार पाचन को ख़राब करता है, अमा (विषाक्त पदार्थों) के संचय को बढ़ाता है और कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बनता है।
केले और दूध के मिश्रण के संभावित दुष्प्रभाव
पाचन संबंधी समस्याएं
जैसा कि ऊपर बताया गया है, केला और दूध का संयोजन सूजन, गैस, अपच और दस्त जैसी पाचन संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है।
एलर्जी की प्रतिक्रिया
कुछ लोगों को केले या दूध से एलर्जी हो सकती है। इस मिश्रण का सेवन करने से इस एलर्जी वाले लोगों में त्वचा पर दाने, खुजली, सूजन और पेट दर्द जैसी एलर्जी हो सकती है।
श्वसन संबंधी समस्याएं
कुछ लोगों का मानना है कि केले और दूध के संयोजन से कफ और अस्थमा या ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि उपरोक्त सभी में ऐसा नहीं होता है। कुछ लोग केले और दूध का मिश्रण बिना किसी समस्या के खा सकते हैं। यदि आपको केले या दूध का सेवन करने के बाद कोई प्रतिकूल प्रतिक्रिया महसूस होती है, तो बेहतर होगा कि आप इनका सेवन बंद कर दें और डॉक्टर से परामर्श लें।