Maha Kumbh 2025: काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की यह प्रबल इच्छा होती है कि वे बाबा विश्वनाथ का स्पर्श दर्शन कर सकें। लेकिन गर्भगृह में अचानक भीड़ बढ़ने और दर्शन व्यवस्था में बाधा आने के कारण मंदिर प्रशासन ने इस पर अस्थायी रोक लगा दी थी। अब यह रोक महाकुंभ आयोजन तक बढ़ा दी गई है।
महाकुंभ तक जारी रहेगी रोक
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्रा ने जानकारी दी कि यह कदम श्रद्धालुओं के सुगम दर्शन को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
- भीड़ नियंत्रण का उद्देश्य: गर्भगृह में भीड़ अनियंत्रित न हो और सभी श्रद्धालु आसानी से बाबा के दर्शन कर सकें, इसलिए स्पर्श दर्शन पर रोक जारी रहेगी।
- नए साल की व्यवस्था: पहले यह रोक सिर्फ नए साल के दौरान लगाई गई थी, क्योंकि उस समय भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना थी।
महाकुंभ में 10 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
महाकुंभ 2025 के आयोजन के दौरान लगभग 10 करोड़ श्रद्धालुओं के वाराणसी आने की उम्मीद है। बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले इन श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसे ध्यान में रखते हुए मंदिर प्रशासन ने अपनी तैयारियां लगभग पूरी कर ली हैं।
नए साल पर बना रिकॉर्ड: 12.5 लाख श्रद्धालु पहुंचे काशी
मंदिर प्रशासन ने बताया कि 31 दिसंबर 2024 और 1 जनवरी 2025 को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
- 31 दिसंबर: 5,07,321 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
- 1 जनवरी: 7,43,699 श्रद्धालुओं ने बाबा विश्वनाथ का आशीर्वाद लिया।
- कुल दर्शनार्थी: दो दिनों में कुल 12,51,020 श्रद्धालु मंदिर पहुंचे।
इस आंकड़े ने एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है, क्योंकि बीते महीनों में एक दिन में इतनी बड़ी संख्या में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं का यह पहला अवसर था।
मंदिर प्रशासन की तैयारियां
- भीड़ प्रबंधन को सुचारु बनाए रखने के लिए मंदिर परिसर में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।
- स्पर्श दर्शन पर रोक के बावजूद श्रद्धालुओं को बाबा के दर्शन का सुखद अनुभव प्रदान करने के लिए अलग-अलग कतार और डिजिटल स्क्रीन की व्यवस्था की गई है।
- महाकुंभ आयोजन के दौरान सुरक्षा और सुविधा के लिए अतिरिक्त इंतजाम भी किए जाएंगे।