बाल संत अभिनव अरोड़ा और चमड़े के बैग विवाद पर मचा बवाल

Abhinav Arora 1739429713092 1739

10 वर्षीय बाल संत अभिनव अरोड़ा को लेकर एक बार फिर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। महाकुंभ में डिजाइनर बैग लेकर जाने के आरोप के चलते अभिनव विवादों में घिर गए हैं। कुछ इंटरनेट यूजर्स का दावा है कि अभिनव के पास जो बैग था, वह बछड़े की खाल से बना था। इस आरोप के बाद कई लोगों ने नाराजगी जाहिर की और अभिनव अरोड़ा की आलोचना शुरू कर दी। हालांकि, अभिनव और उनके पिता तरुण राज अरोड़ा ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है।

क्या है पूरा मामला?

12 फरवरी को महाकुंभ मेले में पहुंचे अभिनव अरोड़ा को एक डिजाइनर डॉयर बैग के साथ देखा गया था। जब उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, तो कई लोगों ने दावा किया कि यह चमड़े का बना हुआ है और इसकी कीमत 2 लाख रुपये से ज्यादा है। हिंदू धर्म में गाय को पवित्र माना जाता है, इसलिए चमड़े से बनी चीजों के इस्तेमाल को लेकर विवाद खड़ा हो गया।

आरोपों पर बाल संत की सफाई
अभिनव अरोड़ा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा:
“बैग कपड़े के कैनवास से बना था, बछड़े की खाल से नहीं। मैं चमड़े के जूते तक नहीं पहनता और अपने जीवन में कभी ऐसा नहीं करूंगा।”

उनके पिता तरुण राज अरोड़ा ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह आरोप पूरी तरह झूठे हैं और बैग किसी भी तरह से चमड़े का नहीं था।

यूजर्स ने सोशल मीडिया पर दी तीखी प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर कई लोगों ने इस मामले को लेकर अभिनव अरोड़ा की आलोचना की।

  • एक यूजर ने लिखा: “मैंने आज तक ऐसा संत नहीं देखा, जो चमड़े के बैग के साथ महाकुंभ में जाता हो।”
  • कुछ लोगों ने डॉयर वेबसाइट से स्क्रीनशॉट शेयर करते हुए कहा कि बैग की कीमत लाखों में है और सवाल उठाया कि इतनी महंगी चीजें खरीदने के लिए पैसे कहां से आ रहे हैं।
  • कुछ यूजर्स ने आरोप लगाया कि अभिनव धर्म का सहारा लेकर मोटी कमाई कर रहे हैं।

क्या यह मामला जल्द शांत होगा?

इस विवाद के बाद अभिनव और उनके समर्थक लगातार इस मामले को झूठा बताने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर बहस थमने का नाम नहीं ले रही। अब यह देखना होगा कि इस विवाद का अंत कैसे होता है और लोग इसे किस नजरिए से देखते हैं।