सहरसा,23 अप्रैल (हि.स.)।शहर के पटुआहा स्थित ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग काॅलेज में स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा बाबू वीर कुंवर सिंह का विजयोत्सव दिवस मनाया गया।इस अवसर पर ईस्ट एन वेस्ट काॅलेज समुह के चेयरमैन डॉ रजनीश रंजन महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ नागेन्द्र कुमार झा,बीएड विभागाध्यक्ष डॉ बसंत कुमार मिश्रा प्राध्यापक प्रमुख डाॅ प्रियंका पांडेय ने बाबू वीर कुंवर सिंह के तैल्य चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित करते हुए उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया।
महाविद्यालय के प्राचार्य सह जनसंपर्क पदाधिकारी अभय मनोज के संचालन में आयोजित विजयोत्सव कार्यक्रम को संबोधित करते हुए चेयरमैन ने कहा कि 1857 ई. के क्रांति आंदोलन विद्रोह को भारत के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के रूप में माना जाता है।आज ही के दिन 23 अप्रैल को वीर कुंवर सिंह ने जगदीशपुर स्थित अपने किले पर अंग्रेजों को हराकर अपना अधिकार फिर से प्राप्त किया था। इसलिए आज के दिन को विजयोत्सव दिवस के रूप में मनाया जाता है।
उन्होंने कहा कि आजादी के कई दशकों बाद तक तक बाबू कुंवर सिंह तथा अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की वीर गाथाओं को दबाने की साजिश की गई, जिसका परिणाम यह हुआ कि जो वीर शहीद वास्तव में भारत माता के लिए अपनी जान गवा दिया ऐसे वीर योद्धा स्मरणीय होने चाहिए लेकिन आज की पीढ़ी उन्हें भुला दिया है। प्राचार्य ने बाबू वीर कुंवर सिंह की व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए राष्ट्रवाद की परिकल्पना एवं उसके निहितार्थ पर विशेष बल दिया।
इस अवसर पर उपस्थित महाविद्यालय के प्राध्यापकों ने कहा कि राष्ट्रीय एकता,अखंडता तथा स्वाभिमान के प्रतिमूर्ति के रूप में बाबू वीर कुंवर सिंह इतिहास के पन्नो में हमेशा याद रखें जाएगें। उन्होने कहा कि हमारी युवा पीढ़ी को बाबू कुंवर सिंह से देशभक्ति का सीख ले कर मां भारती और समाज की सेवा में पूर्ण निष्ठा और पवित्रता के साथ देश के विकास में अपना अपना योगदान देना चाहिए।इस मौके महाविद्यालय के प्राध्यापक सह नोडल अंशु कुमार गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे।