Hathras Case : हाथरस सत्संग में भगदड़ के बाद से चर्चा में चल रहे भोले बाबा को लेकर हर दिन बड़े खुलासे हो रहे हैं. बाबा के वकील ने कहा कि वह घटना से पहले ही वहां से चले गये थे. हालांकि, घटना के बाद उनके वहां से निकलने का वीडियो वायरल हो गया है. गुरुवार को एक सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जो बाबा के दावों पर उंगली उठा रहा है. इस वीडियो में बाबा का कारवां निकलता हुआ नजर आ रहा है. बताया जा रहा है कि ये वीडियो सत्संग में मची भगदड़ के बाद का है. हालांकि, अभी तक इस वीडियो की पुष्टि नहीं हुई है.
सीसीटीवी फुटेज के बाद खुली बाबा के वकील की पोल
वीडियो में दिख रहा है कि बाबा के सेवक पेट्रेल पंप के बाहर लाइन में खड़े हैं और तभी उनका काफिला गुजर रहा है. कहा जाता है कि यह बेड़ा ‘भोले बाबा’ का है। बता दें कि बाबा के वकील ने कहा कि वह घटना से पहले ही वहां से चले गये थे. इस वीडियो के अंत में समय भी दिख रहा है, जो 2 जुलाई दोपहर 1.23 बजे का है.
सत्संग में भगदड़ से 121 से ज्यादा की मौत
गौरतलब है कि 2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में भोले बाबा सत्संग में हुई भगदड़ में 121 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. मृतकों में अधिकतर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा इस हादसे में 150 से ज्यादा श्रद्धालु घायल भी हुए हैं. अस्पताल में लाशें बिखरी हुई हैं. यह सत्संग जिले के फुलराई गांव में आयोजित किया गया था. इस घटना के बाद देशभर में हंगामा मच गया है. आखिर यह घटना क्यों हुई, इसे लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। इस घटना में पुलिस ने 17 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है, जबकि बाबा भोले फरार हैं.
बाबा का असली नाम सूरज पाल था, उन्होंने नौकरी छोड़ दी और सत्संग करने लगे
उत्तर प्रदेश के हाथरस में जिस बाबा के सत्संग पर मुहर लगी, उनका असली नाम सूरज पाल है. उन्होंने अपने ही उत्तर प्रदेश में दावा किया है कि पहले वह पुलिस खुफिया विभाग में कार्यरत थे. बाद में उन्होंने नौकरी छोड़ दी और सत्संग करने लगे। प्रचार क्षेत्र में उतरने के बाद सूरजपाल ने अपना नाम बदलकर साकार विश्व हरि रख लिया. हालाँकि लोग उन्हें भोले बाबा के नाम से भी जानते हैं। पारंपरिक कथावाचकों के विपरीत, भोले बाबा थ्री-पीस सूट में उपदेश देते हैं। सत्संग के दौरान उनकी पत्नी भी उनके साथ बैठती हैं।