Ayurvedic Remedy : सर्दी-जुकाम और बंद नाक से हैं परेशान? ये खास आयुर्वेदिक भाप दिलाएगी तुरंत आराम
News India Live, Digital Desk: Ayurvedic Remedy : सर्दियों का मौसम आते ही सर्दी, खांसी और बंद नाक की समस्या आम हो जाती है। ऐसे में बार-बार दवाइयां लेने से बेहतर है कि कुछ असरदार घरेलू नुस्खों को आजमाया जाए। इन्हीं नुस्खों में से एक सबसे कारगर उपाय है 'भाप लेना' यानी स्टीम इनहेलेशन। सादे पानी की भाप तो फायदेमंद होती ही है, लेकिन अगर आप इसमें कुछ खास आयुर्वेदिक चीजें मिला लें, तो इसका असर दोगुना हो जाता है।
यह आयुर्वेदिक भाप न केवल आपकी बंद नाक को तुरंत खोलती है, बल्कि गले की खराश, खांसी और छाती में जमे कफ को बाहर निकालने में भी मदद करती है। आइए जानते हैं इस चमत्कारी भाप को बनाने का तरीका और इसके फायदे।
कैसे तैयार करें आयुर्वेदिक भाप?
इस खास भाप को तैयार करना बहुत ही आसान है।
आपको चाहिए:
- एक बड़े बर्तन में पानी
- तुलसी की 8-10 पत्तियां
- पुदीने की 8-10 पत्तियां
- एक छोटा चम्मच अजवाइन
- नीलगिरी (यूकेलिप्टस) तेल की 2-3 बूंदें (अगर उपलब्ध हो)
- एक मोटी तौलिया
बनाने की विधि:
- एक बर्तन में पानी को अच्छी तरह उबाल लें।
- जब पानी उबलने लगे, तो इसमें तुलसी और पुदीने की पत्तियों को हाथ से थोड़ा मसलकर डाल दें।
- इसके साथ ही इसमें अजवाइन भी मिला दें।
- अब गैस बंद कर दें और अगर आपके पास नीलगिरी का तेल है, तो उसकी कुछ बूंदें पानी में डाल दें।
- बर्तन को सावधानी से गैस से उतारकर नीचे रखें।
- अब एक तौलिया लेकर अपने सिर को ढकें और बर्तन के ऊपर झुक जाएं। ध्यान रहे कि आपका चेहरा गर्म पानी से सुरक्षित दूरी पर हो।
- अब धीरे-धीरे नाक और मुंह से लंबी-लंबी सांस लें और भाप को अंदर खींचें।
- यह प्रक्रिया 5 से 10 मिनट तक दोहराएं।
क्यों है यह भाप इतनी असरदार?
इस भाप में इस्तेमाल होने वाली हर चीज औषधीय गुणों से भरपूर है:
- तुलसी: तुलसी को 'जड़ी-बूटियों की रानी' कहा जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो संक्रमण से लड़ते हैं और गले की खराश में आराम देते हैं।
- पुदीना: पुदीने में मेन्थॉल होता है, जो बंद नाक को खोलने और सांस की नली को साफ करने में एक प्राकृतिक डीकन्जेस्टेन्ट (decongestant) के रूप में काम करता है।
- अजवाइन: अजवाइन में मौजूद थाइमोल (thymol) छाती में जमे कफ को ढीला करके बाहर निकालने में मदद करता है और खांसी से राहत दिलाता है।
- नीलगिरी का तेल: यह तेल बंद नाक, साइनस और सांस से जुड़ी समस्याओं के लिए रामबाण माना जाता है। इसकी तेज महक तुरंत राहत पहुंचाती है।
इस आयुर्वेदिक भाप को दिन में दो से तीन बार लेने से आपको सर्दी-जुकाम और बंद नाक की समस्या से जल्द ही छुटकारा मिल सकता है। यह एक पूरी तरह से प्राकृतिक और सुरक्षित उपाय है जिसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
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