आयुर्वेद में खाने-पीने के कुछ विशेष नियमों का पालन करना अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया है। इन नियमों की अनदेखी करने पर सेहत को लाभ के बजाय नुकसान हो सकता है। पालक, जो अपनी पोषण सामग्री के लिए प्रसिद्ध है, को सेहत के लिए एक वरदान माना जाता है। इसमें विटामिन ए, बी2, सी, ई, के, कैल्शियम, मैग्नीशियम, मैंगनीज, फास्फोरस, जस्ता, सेलेनियम, प्रोटीन और फाइबर जैसे कई पोषक तत्व होते हैं। ये तत्व आयरन की कमी को दूर करने और इम्यूनिटी को मजबूत रखने में मदद करते हैं। लेकिन यदि पालक का सेवन गलत खाद्य संयोजन के साथ किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए गंभीर नुकसान का कारण बन सकता है। आइए जानते हैं किन चीजों के साथ पालक का सेवन करने से बचना चाहिए।
पालक के साथ न खाने योग्य 5 चीजें:
- तिल: आयुर्वेद के अनुसार, पालक और तिल का एक साथ सेवन नहीं करना चाहिए। इन दोनों का संयोजन पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकता है, जिससे पेट दर्द और डायरिया जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।
- दूध, दही और पनीर: पालक को दूध, दही या पनीर के साथ खाने से बचें। पालक में आयरन और दही में कैल्शियम होता है, जो एक-दूसरे के अवशोषण में कमी ला सकते हैं। इसके अलावा, दूध में मौजूद कैल्शियम और पालक में ऑक्सालिक एसिड मिलकर कैल्शियम ऑक्सालेट क्रिस्टल बना सकते हैं, जो किडनी में ब्लॉकेज का कारण बन सकते हैं।
- कॉफी और चाय: पालक से बनी किसी भी डिश को कॉफी या चाय के साथ नहीं खाना चाहिए। चाय में मौजूद पॉलीफेनॉल और टैनिन्स आयरन के अवशोषण को बाधित कर सकते हैं।
- खून पतला करने वाली दवाएं: पालक में मौजूद विटामिन K खून पतला करने वाली दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है, जिससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
- खट्टे फल: पालक में मौजूद ऑक्सालेट खट्टे फलों जैसे संतरा, मौसमी या अंगूर के साथ मिलकर कैल्शियम ऑक्सालेट बना सकता है, जिससे किडनी में पथरी की समस्या का खतरा बढ़ जाता है।
- मछली: पालक और मछली का एक साथ सेवन करने से पाचन और पोषण का संतुलन बिगड़ सकता है।
इन सावधानियों का पालन करके आप पालक के स्वास्थ्य लाभों का सही तरीके से आनंद ले सकती हैं। स्वस्थ खान-पान को अपनाएं और सेहतमंद रहें!