जोधपुर, 30 सितम्बर (हि.स.)। विश्व आयुर्वेद परिषद, राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान, जयपुर एवं आयुर्वेद विश्वविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में संयोजनम 2024 का आयोजन राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर में 15 से 17 नवंबर को होने जा रहा है। इस कार्यक्रम के पोस्टर का विमोचन आज कुलपति प्रोफेसर वैद्य प्रदीप कुमार प्रजापति ने किया।
इस दौरान उन्होंने बताया कि यह आयुर्वेद का राष्ट्रीय सम्मेलन युवाओं को उनकी नई क्षमताओं को खोजने, खुद को बेहतर बनाने ,उन्हें सशक्त बनाने तथा उनके भविष्य के प्रयासों के लिए आत्मविश्वास पैदा करने में मदद करेगा। विश्व आयुर्वेद परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रोफेसर वैद्य गोविंद सहाय शुक्ला ने कहा कि यह आयुर्वेद का महाकुंभ है जिसमें देश भर के आयुर्वेद चिकित्सक, शिक्षक, शोधार्थी ज्ञान गंगा में डुबकी लगाएंगे। कार्यक्रम के आयोजन सचिव राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के स्नातकोत्तर क्रिया शारीर विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर सीआर यादव ने बताया कि यह शैक्षणिक गुणवत्ता ,चिकित्सा कौशल एवं शोध कार्यों की प्रस्तुति के लिए अनूठा आयोजन होने जा रहा है।
संयोजनम 2024 के मीडिया प्रभारी प्रो. दिनेश चंद्र शर्मा ने बताया कि इस कार्यक्रम में सहभागिता के लिए देशभर से अभी तक 1500 से अधिक आयुर्वेद के शिक्षकों, चिकित्सकों, शोधार्थियों एवं छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कर लिया है। साथ ही चरक संहिता के 1 से 13 तक के अध्यायों का संगीतमय सामूहिक श्लोक पठन कर एक विश्व कीर्तिमान बनाया जाएगा। कार्यक्रमों की श्रृंखला में पोषणम, कर्माभ्यासम, उद्बोधनम, गतिविधिम , क्रीडनम, नूतनम आदि कार्यक्रमों का आयोजन होना है। पोषण के अंतर्गत आयुर्वेद आहार का संतर्पण जन्य व्याधियों मोटापा, डायबिटीज, मेटाबॉलिक डिसऑर्डर्स आदि में उपयोगिता, कर्माभ्यास के अंतर्गत आयुर्वेद में वर्णित प्रायोगिक कर्मों की क्रियाविधि जैसे शिरो बस्ती, शिरोधारा, नाडी परीक्षा, मर्म चिकित्सा ,अग्निकर्म, नस्य कर्म, प्रकृति परीक्षण ,जलौकावचारण आदि का अभ्यास करवाया जाएगा।