कर्नाटक के बेलगावी में मराठी न बोल पाने पर एक बस कंडक्टर पर हुए हमले का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इस घटना के विरोध में महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कर्नाटक जाने वाली राज्य बस सेवाओं को अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया है।
मंत्री सरनाईक ने कहा कि शुक्रवार रात कर्नाटक के चित्रदुर्ग में कन्नड़ समर्थक कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु से मुंबई आने वाली महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बस पर हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ड्राइवर भास्कर जाधव के साथ मारपीट की गई और उनका चेहरा भी काला कर दिया गया। जब तक कर्नाटक सरकार इस मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट नहीं करती, तब तक बस सेवाएं बहाल नहीं की जाएंगी।
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पुणे में शिवसेना (यूबीटी) का विरोध प्रदर्शन
इस घटना के विरोध में शिवसेना (यूबीटी) के कार्यकर्ताओं ने पुणे के स्वर्गेट क्षेत्र में प्रदर्शन किया और कर्नाटक नंबर प्लेट वाली बसों पर कालिख पोत दी। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए तत्काल फोर्स तैनात की और कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। डीसीपी स्मार्टाना पाटिल ने बताया कि प्रदर्शन के दौरान बसों को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस सतर्क है।
बस कंडक्टर का बयान
हमले का शिकार हुए 51 वर्षीय बस कंडक्टर महादेवप्पा मल्लप्पा हुक्केरी ने बताया कि घटना शुक्रवार को बेलगावी के बाहरी इलाके में हुई। उन्होंने कहा कि सुलेभवी गांव में एक महिला यात्री मराठी में बात कर रही थी। जब कंडक्टर ने उसे कन्नड़ में बात करने को कहा, तो महिला भड़क गई और उन्हें मराठी सीखने के लिए अपशब्द कहे। कुछ ही देर में बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए और उन पर हमला कर दिया।
हालांकि, पुलिस ने बताया कि कंडक्टर पर पॉक्सो अधिनियम के तहत भी मामला दर्ज किया गया है, जिससे मामला और जटिल हो गया है।
बढ़ता तनाव और राजनीतिक प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच भाषाई विवाद और सीमा मुद्दों को लेकर पहले भी विवाद होते रहे हैं, लेकिन यह घटना इस विवाद को और बढ़ा सकती है। महाराष्ट्र सरकार ने कर्नाटक से स्पष्ट कार्रवाई की मांग की है, जबकि कर्नाटक सरकार अब तक इस पर कोई ठोस बयान नहीं दे पाई है।