Astrological Benefits : अगर आप भी पहनते हैं पैरों में सोना, तो हो जाएं सावधान अनजाने में रूठ सकती हैं मां लक्ष्मी

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News India Live, Digital Desk : Astrological Benefits :  हम भारतीयों को गहनों से कितना प्यार होता है, ये किसी से छिपा नहीं है। खास तौर पर हमारे घर की महिलाओं के लिए तो गहने सिर्फ एक फैशन नहीं, बल्कि भावनाओं का सवाल है। आज के जमाने में फैशन के नाम पर हम कई बार पुरानी परंपराओं को भूल जाते हैं या नजरअंदाज कर देते हैं। आपने अक्सर देखा होगा कि कुछ लोग आजकल पैरों में भी सोने (Gold) की बिछिया या पायल पहनने लगे हैं। देखने में ये भले ही बहुत रईस या मॉडर्न लगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करना आपको भारी पड़ सकता है?

जी हां, हमारे बड़े-बुजुर्ग यूं ही नहीं कहते थे कि 'पैरों में सोना नहीं पहनना चाहिए'। इसके पीछे ज्योतिष और वैज्ञानिक, दोनों तरह के कारण छिपे हैं। आइए बहुत ही आसान भाषा में समझते हैं कि आखिर मामला क्या है।

मां लक्ष्मी का होता है अपमान

सबसे पहली और बड़ी बात हिंदू धर्म में सोने को सिर्फ एक धातु (Metal) नहीं माना जाता। इसे साक्षात मां लक्ष्मी का रूप माना जाता है। अब आप खुद सोचिए, जिस लक्ष्मी की हम पूजा करते हैं, जिसे हम सिर माथे पर बैठाते हैं, उसे अगर पैरों में पहनेंगे तो क्या यह उनका अपमान नहीं होगा?

पैरों में धूल-मिट्टी लगती है और ये शरीर का सबसे निचला हिस्सा होता है। मान्यताओं के अनुसार, पैरों में सोना पहनने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं। और जब लक्ष्मी रूठ जाएं, तो घर में पैसों की तंगी, क्लेश और बेवजह के खर्चे शुरू हो जाते हैं। इसलिए, पैरों में हमेशा चांदी पहनने की ही सलाह दी जाती है।

साइंटिफिक कारण भी है (शरीर का तापमान)

धर्म के अलावा इसके पीछे एक बहुत ही दिलचस्प वैज्ञानिक कारण भी है। देखिए, सोने की तासीर गर्म होती है (Gold produces heat), और चांदी की तासीर ठंडी होती है (Silver gives cooling effect)।

हमारा शरीर 'ऊर्जा' यानी एनर्जी पर चलता है। नियम यह कहता है कि सिर ठंडा रहना चाहिए और पैर गर्म। लेकिन, जब हम पैरों में सोना (गर्म धातु) पहनते हैं, तो शरीर के निचले हिस्से में गर्मी बढ़ जाती है। वहीं, अगर हम सिर और ऊपरी हिस्से में सोना पहनते हैं और पैरों में चांदी पहनते हैं, तो शरीर का तापमान बैलेंस रहता है।

अगर आप पैरों में सोना पहन लेते हैं, तो शरीर की गर्मी का संतुलन बिगड़ सकता है, जिससे कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसीलिए, सिर और गले में सोना और पैरों में चांदी पहनने का रिवाज सदियों से चला आ रहा है।

संबंधों पर असर

एक और बात जो ज्योतिष शास्त्र कहता है, वो यह कि पैरों में सोना पहनने से वैवाहिक जीवन में भी खटास आ सकती है। कहा जाता है कि इससे पति-पत्नी के रिश्तों में तनाव बढ़ता है। इसलिए, सुहागिन महिलाओं को खास तौर पर बिछिया या पायल चांदी की ही पहननी चाहिए, सोने की नहीं।

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