महाराष्ट्र और झारखंड में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार रविवार शाम को खत्म हो गया. चुनाव प्रचार के आखिरी दिन राजनीतिक दलों के नेताओं ने पूरी ताकत झोंक दी. रांची से लेकर मुंबई तक रैलियां और जनसभाएं होती रहीं. महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा। झारखंड में दूसरे चरण की 38 सीटों पर 20 नवंबर को मतदान होगा, जबकि नतीजे 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे.
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के सामने सरकार बचाने की चुनौती है
महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन के सामने सरकार बचाने की चुनौती है. इस गठबंधन में बीजेपी, शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी शामिल है. महायुति का मुख्य मुकाबला विपक्षी महाविकास अघाड़ी गठबंधन से है. अघाड़ी में कांग्रेस के साथ-साथ शरद पवार की एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना भी शामिल है. इसके अलावा कई छोटे दल और गठबंधन सहयोगी भी मैदान में हैं, जिनकी 20 नवंबर को अग्निपरीक्षा होगी।
महाराष्ट्र में महायुति के सीट शेयरिंग फॉर्मूले की बात करें तो बीजेपी के पास सबसे ज्यादा सीटें हैं
महाराष्ट्र में महायुति के सीट शेयरिंग फॉर्मूले की बात करें तो बीजेपी के पास सबसे ज्यादा सीटें हैं. राज्य की 288 सीटों में से बीजेपी अकेले 148 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की पार्टी शिवसेना 80 सीटों पर और अजित पवार की पार्टी एनसीपी 52 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. बाकी सीटें महागठबंधन में शामिल सहयोगी दलों को दी गई हैं. इस बार महाराष्ट्र चुनाव में कुल 4 हजार 136 उम्मीदवार मैदान में हैं.
इस बार महाराष्ट्र में 100186 मतदान केंद्र बनाए गए हैं.
2019 में पंजीकृत मतदाताओं की संख्या 8,94,46,211 से बढ़कर 9,63,69,410 हो गई। इस बार महाराष्ट्र में 1,00,186 मतदान केंद्र होंगे, जबकि 2019 विधानसभा चुनाव में 96,654 मतदान केंद्र थे। मतदाताओं की संख्या बढ़ने के कारण मतदान केंद्रों की संख्या भी बढ़ा दी गयी है. राज्य सरकार के करीब छह लाख कर्मचारी चुनाव ड्यूटी पर तैनात किये जायेंगे.
झारखंड की 38 सीटों पर चुनाव प्रचार थम गया है
उधर, झारखंड में सियासी लड़ाई भी काफी दिलचस्प हो गयी है. राज्य में दूसरे चरण का मतदान 20 नवंबर को 38 सीटों पर होगा. इनमें से अधिकतर सीटें आदिवासी इलाकों की हैं. दूसरे चरण के चुनाव में कई बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर है. इस राउंड में कुल 528 उम्मीदवार मैदान में हैं.
यूपी की 9 सीटों पर उपचुनाव के लिए प्रचार भी खत्म हो गया है
उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए प्रचार भी थम गया है. उपचुनाव में मुख्य मुकाबला बीजेपी, समाजवादी पार्टी और बीएसपी के बीच है. बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद चुनाव प्रचार की कमान संभाले हुए थे. यूपी की जिन 9 सीटों पर उपचुनाव हो रहे हैं उनमें कटेहरी, कराहल, मीरापुर, गाजियाबाद, मझवां, सीसामऊ, खेर, फूलपुर और कुंदरकी शामिल हैं।