‘भतीजे’ के आते ही ‘चाचा’ कुर्सी रखकर खड़े हो गए! चर्चा में महाराष्ट्र की राजनीति का ये नजारा

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महाराष्ट्र राजनीति: लोकसभा चुनाव के बाद अब महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की ओर बढ़ रहा है. फिर शनिवार (20 जुलाई) को राज्य में एक दिलचस्प घटना घटी. अजित पवार और शरद पवार जिला विकास परिषद की बैठक में शामिल होने के लिए पुणे पहुंचे थे. अजित पवार विकास परिषद की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे. जैसे ही अजित पवार बैठक कक्ष में पहुंचे, वहां पहले से बैठे शरद पवार अपनी कुर्सी छोड़कर खड़े हो गये.

सुप्रिया सुले ने क्या कहा?

राज्यसभा सदस्य के रूप में 83 वर्षीय शरद पवार पुणे में विकास परिषद की बैठक में शामिल हुए। जब अजित पवार अंदर आए तो बैठक में हिस्सा लेने आए शरद पवार और अन्य लोग स्पीकर के सम्मान में खड़े हो गए. इस बारे में सुप्रिया सुले ने कहा, ‘वह (शरद पवार) प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए खड़े हुए और सभी राजनीतिक कार्यकर्ताओं को इससे प्रेरणा लेनी चाहिए.’

चाचा-भतीजे के बीच सियासी तनाव!

राजनीतिक उत्तराधिकार को लेकर शरद पवार और अजित पवार के बीच तनातनी किसी से छुपी नहीं है. अजित पवार राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर दबदबा बनाना चाहते थे, लेकिन शरद पवार ने अपनी बेटी सुप्रिया सुले को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बना दिया. इससे नाराज होकर अजित पवार ने एनसीपी तोड़ दी. विधायकों की संख्या के आधार पर अजित पवार को एनसीपी का अध्यक्ष मान लिया गया. उधर, शरद पवार को दूसरी पार्टी बनानी पड़ी. अब चाचा-भतीजे के एक साथ आने की अटकलें तेज हो गई हैं.