चीन और एआई समाचार: चीनी सेना, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने चीन में विकसित एआई डीपसेक का उपयोग करना शुरू कर दिया है। इस एआई का उपयोग गैर-लड़ाकू अभियानों जैसे सैन्य अस्पतालों आदि में किया जा रहा है। सेना में सेवारत डॉक्टर इस एआई का उपयोग कर रहे हैं। इसके अलावा चीन ने अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में भी एआई का उपयोग बढ़ाया है।
हांगकांग स्थित साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने यह खुलासा किया, जिसमें आगे बताया गया कि सैन्य अस्पतालों के अलावा, पीपुल्स आर्म्ड पुलिस और नेशनल डिफेंस मोबिलाइजेशन ऑर्गन्स आदि में भी डीपसेक का उपयोग बढ़ रहा है। इससे पहले, पीएलए सेंट्रल थिएटर कमांड के जनरल हॉस्पिटल ने घोषणा की थी कि उसने डीपसेक के लार्ज लैंग्वेज मॉड्यूल्स (एलएलएम) को मंजूरी दे दी है। जिसकी मदद से डॉक्टरों का इलाज संबंधी ज्ञान बढ़ेगा।
डीपसेक का उपयोग बीजिंग स्थित सेना के जनरल अस्पताल में भी शुरू हो गया है। इससे पहले, चीनी सेना ने एक बयान में कहा था कि एआई को एक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए, लेकिन युद्ध के मैदान में एआई के उपयोग से बचना चाहिए क्योंकि इसमें आत्म-जागरूकता क्षमता कम होती है। चीन का AI डीपसेक सबसे सस्ता माना जाता है। जिसके कारण अब यह ChatGPT की जगह लेने लगा है। इतना ही नहीं, अब यह एप्पल के ऐप स्टोर पर शीर्ष स्थान पर पहुंच गया है। चीन न केवल सैन्य क्षेत्र में इसका प्रयोग कर रहा है, बल्कि स्वास्थ्य सेवा, विनिर्माण, शहरी विकास और कुछ सरकारी एजेंसियों में भी इसका उपयोग बढ़ा रहा है। चीन ने इस बार अपने रक्षा बजट में बढ़ोतरी की है और उसे अत्यधिक आधुनिक बनाने की दिशा में काम कर रहा है। चीनी सेना का अधिक आधुनिक होना भारत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।