सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी: LAC पर गतिरोध संवेदनशील लेकिन स्थिर, सैनिकों की संख्या में नहीं होगी कमी

Army Chief General Upendra Dwivedi:

सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर भारत और चीन के बीच अब भी कुछ हद तक गतिरोध बरकरार है। इसे शांत करने के लिए दोनों पक्षों को मिलकर व्यापक समझ विकसित करने की आवश्यकता है।

उन्होंने LAC की स्थिति को संवेदनशील लेकिन स्थिर बताया और कहा कि स्थानीय स्तर पर मामूली विवादों, जैसे गश्त और मवेशियों की चराई से जुड़े मुद्दों को सुलझाने के लिए कोर कमांडरों को अधिकार दिए गए हैं, ताकि ये छोटे विवाद आगे चलकर बड़े मुद्दों का रूप न लें।

LAC पर सैनिकों की संख्या में नहीं होगी कमी

15 जनवरी को सेना दिवस से पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए जनरल द्विवेदी ने स्पष्ट किया कि LAC पर तैनात सैनिकों की संख्या में कोई कमी नहीं की जाएगी।

प्रमुख बातें:

  • सैनिकों की संख्या में बदलाव नहीं:
    “निकट भविष्य में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर तैनात सैनिकों की संख्या में कमी का कोई इरादा नहीं है।”
  • बफर जोन:
    “कुछ क्षेत्रों में हिंसा की संभावना को कम करने के लिए गश्त पर अस्थायी रोक लगाई गई है, लेकिन ‘बफर जोन’ नाम की कोई स्थायी अवधारणा नहीं है।”

2020 के बाद LAC पर बदलाव और विश्वास का मुद्दा

2020 में LAC पर हुए टकराव के बाद से क्षेत्र में कई बदलाव हुए हैं।

  • क्षेत्रीय गतिविधियां:
    दोनों पक्षों ने निर्माण कार्य, सैन्य तैनाती, और साजोसामान का भंडारण किया है।
  • विश्वास की नई परिभाषा:
    जनरल द्विवेदी ने कहा, “अब चूंकि स्थिति बदल चुकी है, इसलिए दोनों देशों के बीच विश्वास को पुनः परिभाषित करने की आवश्यकता है।”

उत्तरी सीमाओं पर सेना की तैयारी

उत्तरी सीमाओं को लेकर जनरल द्विवेदी ने कहा कि सेना की तैनाती संतुलित और मजबूत है।

Depsang और Demchok में प्रगति:

  • पारंपरिक गश्त और चराई शुरू:
    “अक्टूबर 2024 में पूर्वी लद्दाख के Depsang और Demchok में स्थिति सुलझा ली गई। इन क्षेत्रों में पारंपरिक गश्त और चराई फिर से शुरू हो चुकी है।”
  • स्थानीय कमांडरों की भूमिका:
    “गश्त और चराई से जुड़े मुद्दों को जमीनी स्तर पर हल करने के लिए सभी सह-कमांडरों को अधिकृत किया गया है।”

तकनीकी सशक्तिकरण:

  • सेना ने युद्ध क्षमताओं को बढ़ाने के लिए उच्च तकनीक का उपयोग शुरू किया है।

आने वाले संवाद और उम्मीदें

जनरल द्विवेदी ने दोनों देशों के बीच बातचीत की उम्मीद जताई।

  • विशेष प्रतिनिधि स्तर की बैठक:
    सीमा से जुड़े मसलों को हल करने के लिए भारत और चीन के विशेष प्रतिनिधियों के बीच वार्ता का इंतजार है।
  • WMCC (Working Mechanism for Consultation and Coordination):
    भारत-चीन सीमा मामलों पर बातचीत के इस मंच से समाधान की उम्मीद है।