चित्तौड़गढ़ स्थान: राजस्थान अपने समृद्ध इतिहास और ऐतिहासिक विरासत के लिए एक अलग पहचान रखता है। देश का सबसे बड़ा किला भी यहीं स्थित है। चित्तौड़गढ़ किला अपने आप में एक अनूठी विरासत है, इसकी समृद्धि और ऐतिहासिकता को देखते ही महसूस किया जा सकता है। अगर आप राजस्थान में छुट्टियां बिताना चाहते हैं तो चित्तौड़गढ़ का प्लान बना सकते हैं। चित्तौड़गढ़ किले के अलावा भी यहां कई पर्यटन स्थल हैं।
चित्तौड़गढ़ किले की 5 खूबसूरत जगहें
चित्तौड़गढ़ किला
चित्तौड़गढ़ किला भारत के सबसे बड़े किलों में से एक है और राजपूत वीरता का प्रतीक है। यह किला कई युद्धों का गवाह रहा है और अपनी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। किले के अंदर कई मंदिर, महल और अन्य इमारतें हैं।
पद्मिनी महल
पद्मिनी महल चित्तौड़गढ़ किले के अंदर स्थित एक सुंदर महल है। यह महल रानी पद्मिनी के नाम से मशहूर है, जिनकी खूबसूरती और बहादुरी के चर्चे सदियों से होते रहे हैं। महल की वास्तुकला बहुत सुंदर है और यह किले का मुख्य आकर्षण है।
विजय स्तम्भ
विजय स्तम्भ चित्तौड़गढ़ किले के अंदर स्थित एक विशाल स्तंभ है। इस स्तंभ का निर्माण 1440 में मालवा के सुल्तान महमूद खिलजी की हार की याद में महाराणा कुम्भा ने करवाया था। स्तंभ की ऊंचाई लगभग 92 फीट है और इसकी नक्काशीदार दीवारें बेहद खूबसूरत हैं।
कालिका माता मंदिर
कालिका माता मंदिर चित्तौड़गढ़ किले के अंदर स्थित एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर शक्ति की देवी मां कालिका को समर्पित है। मंदिर की वास्तुकला बहुत ही सरल और सुंदर है।
चित्तौड़गढ़ में आप और क्या देख सकते हैं:
राणा कुम्भा महल: यह महल महाराणा कुम्भा का निवास स्थान था और इसकी वास्तुकला बहुत सुंदर है।
फ़तेह प्रकाश महल: यह महल महाराणा फ़तेह सिंह का निवास स्थान था और इसकी दीवारों को सुंदर चित्रों से सजाया गया है।
महासती का जौहर स्थान: यह वह स्थान है जहां रानी पद्मिनी और अन्य महिलाओं ने जौहर किया था।
गोमुख कुंड: यह किले के अंदर स्थित एक प्राकृतिक झील है।