दिल का दौरा एक गंभीर स्थिति है और इसे पहचानना बहुत जरूरी है। दिलचस्प बात यह है कि महिलाओं और पुरुषों में दिल के दौरे के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। सही जानकारी और समय पर इलाज से जान बचाई जा सकती है। आइए जानें कि पुरुषों और महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण कैसे अलग-अलग होते हैं।
पुरुषों और महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने की दर अलग-अलग होती है। “रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी)” के अनुसार, 45 से 64 वर्ष की आयु के पुरुषों में दिल का दौरा पड़ने की दर 7.4% है। वहीं, इसी उम्र की महिलाओं में दिल का दौरा पड़ने की दर 5.7% है। इस डेटा से पता चलता है कि पुरुषों में दिल का दौरा पड़ने का खतरा अधिक होता है। हालाँकि, यह जोखिम महिलाओं में भी महत्वपूर्ण है। इसलिए, दोनों लिंगों को दिल के दौरे के लक्षणों को पहचानने और समय पर उपचार लेने की आवश्यकता है ताकि वे इस गंभीर स्थिति से बच सकें।
पुरुषों में दिल का दौरा पड़ने के लक्षण
– सीने में दर्द या दबाव: पुरुषों में सबसे आम लक्षण सीने में तेज दर्द या भारीपन है। दर्द बायीं बांह, गर्दन या जबड़े तक भी फैल सकता है।
– सांस लेने में तकलीफ: दिल का दौरा पड़ने पर पुरुषों को सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
-पसीना आना: अचानक ठंडा पसीना आना भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
-मतली और उल्टी: कुछ पुरुषों को दिल का दौरा पड़ने के दौरान मतली और उल्टी का भी अनुभव हो सकता है।
महिलाओं में हार्ट अटैक के लक्षण
-असामान्य थकान: महिलाओं में दिल के दौरे का एक सामान्य लक्षण अत्यधिक थकान हो सकता है, जो बिना किसी स्पष्ट कारण के होती है।
-सोने में दिक्कत: दिल का दौरा पड़ने से पहले महिलाओं को सोने में दिक्कत हो सकती है।
-सीने में दर्द: महिलाओं को भी सीने में दर्द का अनुभव होता है, लेकिन हमेशा छाती के बीच में नहीं। यह दर्द छाती के किसी भी हिस्से में हो सकता है।
– गले या जबड़े में दर्द: महिलाओं में गले या जबड़े में दर्द भी हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है।
– पेट दर्द: महिलाओं में पेट दर्द या अपच जैसी समस्याएं भी हार्ट अटैक का लक्षण हो सकती हैं।
महिलाओं और पुरुषों के गुणों में अंतर
महिलाओं और पुरुषों में दिल के दौरे के लक्षणों के बीच सबसे बड़ा अंतर यह है कि महिलाओं के लक्षण अक्सर सूक्ष्म और असामान्य होते हैं। महिलाएं अक्सर अपने लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे समय पर इलाज संभव नहीं हो पाता है, पुरुषों में लक्षण अधिक स्पष्ट होते हैं, जिससे जल्दी पहचान और इलाज संभव हो पाता है।
क्या करें
यदि आप या आपका कोई प्रियजन दिल के दौरे के लक्षणों का अनुभव करता है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें या एम्बुलेंस को कॉल करें। समय पर इलाज से जान बचाई जा सकती है। सही जानकारी और समय पर इलाज से हार्ट अटैक से बचा जा सकता है। अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें और किसी भी लक्षण को नज़रअंदाज़ न करें।