अनूपपुर: श्रावण मास के चतुर्थ सोमवार को नर्मदा जल से ज्वालेश्वर महादेव का जलाभिषेक

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अनूपपुर, 12 अगस्त (हि.स.)। श्रवण मास के चौथे सोमवार को जिलेभर के शिवालयों में शिवभक्तों ने अभिषेक किए। लोगों ने महादेव का जल एवं दुग्धगग्धभिषेक कर पुष्प, बेलपत्र, नैवेद्य, श्रीफल, धतूरा इत्यादि अर्पित किए। 12 अगस्त को शिव मंदिरों में दिन भर आयोजित किए तथा मन कीर्तन का दौर दिन भर जलता रहा। मंदिरों में विशाल का आयोजन किया गया, जहां लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। नर्मदा उद्गम अमरकंटक में भक्तों ने मॉ नर्मदा के दर्शन के लिए सुबह से लम्बीा लाईन शाम तक रहीं।

शिव आस्थाओं से जुड़ी अनूपपुर जिले की पवित्र नगरी अमरकंटक सहित जालेश्वर धाम में सावन माह के चौथे सोमवार के मौके पर हजारो शिवभक्तों ने जलाभिषेक कर महादेव का आशीर्वाद लिया। अंतिम सोमवारी होने के कारण अहले सुबह से दूर-दराज से अमरकंटक पहुंचे हजारों कांवडियों व शिवभक्तों नर्मदा नदी स्नान कर नर्मदा जल कांवड में भर जालेश्वर स्थित महादेव मंदिर में जल चढ़ाया। मान्यता है कि ‘श्रावण मास में सोमवार को नर्मदा में स्नान कर गीले वस्त्र में ही दांये हाथे से जल पात्र में नर्मदा जल लेकर पैदल जालेश्वर महादेव मंदिर जाकर फूल व बेलपत्र लेकर उनका जलाभिषेक करें तो महादेव भक्त पर प्रसन्न होते हैं, साथ ही अगर भक्त जालेश्वर के उपरांत लोढेश्वर महादेव व कोटेश्वर महादेव का भी दर्शन करें तो उससे उन्हें पुण्य की प्राप्ति होती है। अमरकंटक व जालेश्वर धाम सहित जिले के अन्य शिवालयों में शिवभक्तों ने मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना कर परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। शिवालय फूल, बेलपत्र एंव धतुरा सहित दूध की जलधारा से समर्पित होता रहा और भक्तों की जयघोष में रमता रहा।

मान्यता: नर्मदा बाबा भोलेनाथ के कंठ से प्रगट हुईं

प्राचीन कथा अनुसार नर्मदा बाबा भोलेनाथ के कंठ से प्रगट हुईं थीं जिस स्थान पर प्रगट हुईं वह स्थान पर वर्तमान में नर्मदा जी का उद्गम कुंड है और पुरे भारत वर्ष में नर्मदा नदी को जीवन दायिनी नदी के रुप में मान्यता है। भगवान भोलेनाथ ने जब विष ग्रहण किया था तब तीनों लोकों पूरे ब्रह्मांड में भ्रमण के पश्चात जब अमरकंटक पहुंचे तब उन्हेंप कहीं शांति मिली उसी स्थान का नाम जलेश्वर महादेव जहां उनकी ज्वाला शांत हुई इसी परंपरा अनुसार मां नर्मदा से जल ले जाकर कांवरिया पूरे पवित्र श्रावण मास में भगवान भोलेनाथ का जलाभिषेक करते हैं आज सुबह से ही सैकड़ो की संख्या में कांवरियों ने बाबा भूतनाथ भोले बाबा की जिला अभिषेक के लिए मां नर्मदा का पवित्र जारी लेकर प्रस्थान किया। जिससे आज सुबह से ही अमरकंटक में भक्तों का जमावड़ा लगा है खासकर कांवरिया बम वालों का जमावड़ा काफी देखने को मिल,जो की प्रातः काल से ही मां नर्मदा में डुबकी लगाकर एवं पवित्र जल अपने कांवर में लेकर सुबह से ही भगवान भोलेनाथ के ज्वालेश्वर महादेव मंदिर में जल चढ़ाने जलाभिषेक करने जाते हुए दिखाई दे रहे हैं आप पूरे नगर में बोल बम बोल बम का नारा गूंजायमान है।

सावन के चतुर्थ सोमवार को सुबह से ही संतों में जगतगुरु माऊली सरकार ने अपने भक्तों के साथ अमरकंटक से लेकर जलेश्वर महादेव की यात्रा की तथा भगवान भोलेनाथ का पवित्र जल से जलाअभिषेक किया। वहीं पुष्पराजगढ़ के विधायक फुंदेलाल सिंह मार्को ने दो दिवसीय यात्रा राजेंद्र ग्राम से प्रारंभ होकर अमरकंटक होते हुए जलेश्वर महादेव में जलाभिषेक पूजन पाठ एवं विशाल भंडारे के साथ संपन्न हुआ। आज सवान के चौथे सोमवार को अन्य दिनों की अपेक्षा भक्तों की भारी भीड़ रहीं। कई स्थासनों में यातायात रूका रहा जहां प्रशासन भी मुस्तैदी के साथ भीड़ को नियंत्रित करने में लग रहा।

अनूपपुर जिला मुख्यालय स्थित रामजानकी मंदिर, दुर्गा माता मढिय़ा मंदिर, तिपाननदी शिवमंदिर, बस्ती मार्ग स्थित शिवमंदिर सहित अन्य मंदिरों पर भक्तों की कतार लगी रही। इनमें खासकर महिलाओं के साथ किशोरियों व युवतियों ने भी पूजन अर्चन कर ईष्टदेव से मनोकामना पूर्ण का आशीर्वाद लिया। बताया जाता है कि कोतमा में भी अहले सुबह से ही शिव मंदिरों में श्रद्धालुओं द्वारा जल चढाने एंव भोले शंकर को मनाने की होड़ लगी रही।