भोपाल, 13 अप्रैल (हि.स.)। लोकसभा निर्वाचन एक राष्ट्रीय कार्य है और इसमें हर मतदाता की भागीदारी होनी चाहिए। हर संभव प्रयास कर मतदाताओं तक अपनी पहुँच बढ़ाएं। इसके लिये मतदाता जागरुकता (स्वीप) गतिविधियों को रोचक व उद्देश्यपूर्ण बनाकर मतदान प्रतिशत बढ़ाएं। सभी अधिकारी पूरी क्षमता और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें। सम्पूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान पारदर्शिता का विशेष ध्यान रखें।
यह निर्देश प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने शनिवार को कमिश्नर कार्यालय भोपाल के सभाकक्ष में द्वितीय सत्र में सागर संभाग के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों की बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी पूरी तरह सजग और सतर्क रहकर निर्वाचन कार्य संपादित करें। किसी भी प्रकार की कठिनाई में स्वयं उनसे या अन्य वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों से मार्गदर्शन लें तथा बेहतर तरीके से निर्वाचन प्रक्रिया पूर्ण करायें।
बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विवेक श्रोत्रिय, पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) एवं राज्य पुलिस नोडल अधिकारी अंशुमान सिंह, अपर आयुक्त सागर संभाग पवन जैन, पुलिस महानिरीक्षक सागर रेन्ज सहित संभाग में शामिल लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्र.-5 सागर, लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्र.-6 टीकमगढ़ (अजा), लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्र.-7 दमोह एवं लोकसभा संसदीय क्षेत्र क्र.-8 खजुराहो के रिटर्निंग अधिकारी तथा पन्ना व निवाड़ी के कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी, सभी जिलों के पुलिस अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी राजन ने कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों से कहा कि मतदान दलों के साथ-साथ सेक्टर अधिकारियों को भी ईव्हीएम और व्हीव्हीपैट मशीनों को संचालित करने की हैंण्ड्स ऑन ट्रेनिंग दी जाये। गर्मी को देखते हुए सभी मतदान केन्द्रों में छाया, पानी, दवा, ओआरएस पैकेट की उपलब्धता सुनिश्चित करें। सेक्टर ऑफिसर के साथ पैरा मेडिकल स्टाफ भी रहें, ताकि किसी को भी उपचार की जरूरत होने पर उसे तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। श्री राजन ने जिला निर्वाचन अधिकारियों को निगरानी दलों (एन्फोर्समेन्ट एजेंसियों) को और अधिक मुस्तैद करने तथा आदर्श आचरण संहिता के उल्लंघन के मामलों पर विधि अनुरूप कार्रवाई करने के निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि आपराधिक तथा चुनाव को प्रभावित कर सकने वाले तत्वों की पहचान कर उनपर सख्त कार्रवाई करें और मीडिया के जरिये ऐसी कार्रवाई के बारे में जनसामान्य को भी बतायें। राज्य में और अंतर्राज्यीय नाकों के जरिये चौकसी बढ़ाएं। कलेक्टर एवं एसपी अधिकाधिक मतदान केन्द्रों का संयुक्त भ्रमण करें, लोगों से चर्चा करें और छोटे-छोटे विषयों पर भी उनका फीडबैक लें। “सी-विजिल एप’’ के जरिये प्राप्त शिकायतों का त्वरित निराकरण करें। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता के लिये राजनैतिक दलों और उम्मीदवारों को निर्वाचन आयोग के अद्यतन दिशा-निर्देशों से भी अवगत कराने के निर्देश दिये।
राज्य पुलिस नोडल अधिकारी अंशुमान सिंह ने सभी पुलिस अधीक्षकों से कहा कि सागर संभाग के अधिकांश जिले उत्तरप्रदेश की सीमा से जुड़े हैं, इसलिये संवेदनशील क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रखें और उ.प्र. के सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों के साथ संवाद कर अपने निगरानी और सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत करें तथा जिले की सीमा सील करने के समय भी इनकी भरपूर मदद लें। उन्होंने कहा कि जिलों में सेक्टर मोबाइल यूनिट की संख्या बढ़ाएं। इससे क्षेत्र में सघन निगरानी में मदद मिलेगी। मतदान दिवस पर मतदान केन्द्र में सुरक्षा व्यवस्था के विशेष प्रबंध किये जाए।
बैठक में सागर संभाग के सभी कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारियों ने पीपीटी प्रेजेन्टेशन के जरिये जिले में लोकसभा निर्वाचन 2024 की चल रही सभी तैयारियों और मतदाता जागरुकता के लिये किये जा रहे नवाचारी प्रयासों की जानकारी दी।