सर्दियों में घुटने दे रहे हैं जवाब? पेनकिलर छोड़ें और अपनी रसोई में रखी इस चीज़ का करें इस्तेमाल

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News India Live, Digital Desk: दिसंबर की ठंड शुरू होते ही जहां चाय और रजाई का मज़ा आता है, वहीं हमारे घर के बड़े-बुजुर्गों के लिए यह मौसम किसी सजा से कम नहीं होता। जैसे ही पारा गिरता है, घुटनों, कमर और कंधों का दर्द अपना रंग दिखाने लगता है।

कई बार हम देखते हैं कि हमारे माता-पिता दर्द को बर्दाश्त करते रहते हैं या फिर चुपचाप कोई पेनकिलर (दर्द निवारक दवा) खा लेते हैं। लेकिन हम सब जानते हैं कि दवाइयां सिर्फ कुछ घंटों की राहत देती हैं, असली इलाज तो जड़ों में छिपा है—और वो जड़ें हमारे आयुर्वेद और किचन में हैं।

क्यों बढ़ता है ठंड में दर्द?

सीधी और सरल बात—ठंड की वजह से हमारी नसों में सिकुड़न आ जाती है और खून का दौरा (Blood Circulation) धीमा पड़ जाता है। आयुर्वेद कहता है कि इस मौसम में शरीर में 'वात' (हवा) बढ़ जाता है, जो दर्द का मुख्य कारण है।

तो चलिए, जानते हैं वो आसान तरीके जिनसे आप इस दर्द को मात दे सकते हैं।

1. तेल की मालिश: पुराना लेकिन सबसे कारगर

आप इसे मामूली मत समझिए। सरसों के तेल या तिल के तेल में 3-4 लहसुन की कलियां और थोड़ी अजवाइन डालकर गर्म कर लें। जब यह गुनगुना रह जाए, तो इससे जोड़ों की मालिश करें। यह तेल हड्डियों के अंदर जाकर गर्माहट देता है और अकड़न को खोलता है।

2. मेथी दाना: जोड़ों का सबसे पक्का दोस्त

अगर आप चाहते हैं कि दर्द जड़ से खत्म हो, तो मेथी दाना का पानी पीना शुरू करें। एक चम्मच मेथी को रात भर पानी में भिगो दें और सुबह खाली पेट उस पानी को पिएं और दाने चबा लें। यह शरीर के 'वात' दोष को संतुलित करने के लिए रामबाण है।

3. अपनी डाइट को थोड़ा 'गर्म' करें

दिसंबर की ठंड शुरू होते ही जहां चाय और रजाई का मज़ा आता है, वहीं हमारे घर के बड़े-बुजुर्गों के लिए यह मौसम किसी सजा से कम नहीं होता। जैसे ही पारा गिरता है, घुटनों, कमर और कंधों का दर्द अपना रंग दिखाने लगता है।

कई बार हम देखते हैं कि हमारे माता-पिता दर्द को बर्दाश्त करते रहते हैं या फिर चुपचाप कोई पेनकिलर (दर्द निवारक दवा) खा लेते हैं। लेकिन हम सब जानते हैं कि दवाइयां सिर्फ कुछ घंटों की राहत देती हैं, असली इलाज तो जड़ों में छिपा है—और वो जड़ें हमारे आयुर्वेद और किचन में हैं।

क्यों बढ़ता है ठंड में दर्द?

सीधी और सरल बात—ठंड की वजह से हमारी नसों में सिकुड़न आ जाती है और खून का दौरा (Blood Circulation) धीमा पड़ जाता है। आयुर्वेद कहता है कि इस मौसम में शरीर में 'वात' (हवा) बढ़ जाता है, जो दर्द का मुख्य कारण है।

तो चलिए, जानते हैं वो आसान तरीके जिनसे आप इस दर्द को मात दे सकते हैं।

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