नैनीताल: 28 सितंबर से धरती से एक नहीं, बल्कि दो चांद नजर आएंगे। यह दूसरा चंद्रमा शूद्रग्रह (क्षुद्रग्रह) (2024 PT5) होगा। यह 25 नवंबर तक चंद्रमा की तरह पृथ्वी की परिक्रमा करेगा। इसके बाद यह सूर्य की ओर बढ़ेगा।
आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान अनुसंधान संस्थान (एआरआईएस) नैनीताल के वरिष्ठ खगोलशास्त्री डाॅ. शशिभूषण पांडे के मुताबिक, 33 फुट आकार का शूद्रग्रह अपनी कक्षा में आगे बढ़ने के साथ-साथ पृथ्वी के करीब आ रहा है। इसके कारण यह अस्थायी रूप से पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण से प्रभावित होगा। वैज्ञानिकों ने इस क्षुद्रग्रह को मिनी मून का उपनाम भी दिया है। यह 28 सितंबर से 25 नवंबर तक चंद्रमा की परिक्रमा करेगा। इसकी खोज 7 अगस्त को दक्षिण अफ्रीका के एटलस सर्वे के दौरान हुई थी। तभी से इसकी निगरानी शुरू कर दी गई और गहन अध्ययन के बाद इसकी सटीक जानकारी सामने आई। हालांकि, इसके पृथ्वी से टकराने का कोई खतरा नहीं है, लेकिन पृथ्वी की परिक्रमा करते समय यह वैज्ञानिकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना रहेगा। यह बहुत धुंधला दिखाई देगा और इसे देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता होगी।
18 सितंबर को चंद्र ग्रहण लगेगा
18 सितंबर की सुबह लगने वाला आंशिक चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। सुबह 6 बजकर 12 मिनट पर जब ग्रहण शुरू होगा तो यहां दिन की शुरुआत हो चुकी होगी. एशिया के कुछ हिस्सों में आंशिक ग्रहण होगा, जबकि यूरोप, दक्षिण अमेरिका और अफ्रीका सहित कुछ अन्य स्थानों पर ग्रहण देखा जाएगा। इसके बाद 2 अक्टूबर को सूर्य ग्रहण लगेगा.