गोरखपुर, 27 नवंबर (हि.स.)। सरस्वती शिशु मन्दिर (10+2) पक्कीबाग गोरखपुर में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान से सम्बद्ध सभी विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता के मूल्यांकन हेतु प्रत्येक वर्ष वार्षिक निरीक्षण सम्पादित किया जाता है। इसी कड़ी में शिशु शिक्षा समिति गोरक्ष प्रान्त के निर्देशानुसार विद्यालय में त्रिदिवसीय वार्षिक निरीक्षण 25 नवम्बर से 27 नवम्बर तक संपन्न हुआ।
निरीक्षक के रूप में सरस्वती विद्या मन्दिर वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय देवरिया खास देवरिया के प्रबंधक मुन्नीलाल शर्मा, प्रधानाचार्य अनिरुद्ध सिंह, क्रमशः शिक्षक सुरेंद्र सिंह, मदन सिंह,अजुवेन्द्र पति त्रिपाठी,पीयूष त्रिपाठी,करुणेद्र मिश्र, दिलीप श्रीवास्तव, सरस्वती शिशु मंदिर अंसारी मार्ग देवरिया के प्रधानाचार्य सतीश मिश्रा ने विद्यालय के शैक्षिक व अनुशासन व्यवस्था का निरीक्षण किया। प्रधानाचार्य अनिरुद्ध सिंह जी ने छात्रों को सम्बोधित करते हुए कहा कि विद्यार्थी जीवन मनुष्य के पूरे जीवनकाल में स्वर्णिम काल है, इस काल में किया गया परिश्रम मनुष्य की श्रेष्ठता का आधार बनता है।
यह प्रक्रिया विचार, नियोजन, क्रियान्वयन तदुपरान्त परिणाम पर जाकर समाप्त होती है। मोबाइल, लैपटाप व टी.वी. के अधिकाधिक उपयोग के कारण आज के विद्यार्थी का पठन-पाठन में ध्यान कम लग रहा है, सफलता के लिए हमें अपनी इस प्रवृत्ति का परित्याग करना होगा। सूर्य की तरह चमकने के लिए हमें सूर्य की भाँति ही नियमित परिश्रम करना होगा। छात्र संसद के बच्चों के साथ बैठक करते हुए कहा कि इससे नेतृत्व क्षमता का विकास होता है l साथ ही हाई स्कूल और इंटर में बोर्ड की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को अलग से लक्ष्य निर्धारित करने के लिए कहा साथ ही कहा कि कोचिंग ट्यूशन पर ध्यान न देकर विद्यालय की पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए l
वन्दना सभा में विद्यालय परिवार की ओर से निरीक्षक बन्धुओं को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का संचालन छात्र संसद के भैया बहनों द्वारा हुआ व अतिथि परिचय प्रधानाचार्य डॉ0 राजेश सिंह ने किया। इस अवसर पर समस्त विद्यालय परिवार उपस्थित रहा l