अनीता चौधरी हत्याकांड: आरएलपी प्रमुख हनुमान बेनीवाल पहुंचे धरनास्थल पर 

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जोधपुर, 18 नवम्बर (हि.स.)। ब्यूटीशियन अनीता चौधरी हत्याकांड में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल साेमवार काे जोधपुर पहुंचे और धरने पर शामिल हुए। उनके आने की सूचना पर कुड़ी स्थित समाज के मंदिर में दिए जा रहे धरने में आज बड़ी संख्या में जाट समाज के लोग और बेनीवाल समर्थकों की भीड़ उमड़ पड़ी। इधर हत्याकांड के मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन के पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने की पुलिस की अर्जी पर कोर्ट में सुनवाई हुई।

अनिता चौधरी हत्याकांड में तीन सप्ताह बाद भी शव के अंतिम संस्कार को लेकर गतिरोध बना हुआ है। परिजन पुलिस की ओर से करवाए गए पोस्टमार्टम को भी नकार चुके हैं। अनिता के पति मनमोहन चौधरी और पुत्र राहुल चौधरी कह चुके हैं कि मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए, क्योंकि उन्हें पुलिस पर भरोसा नहीं है। इसको लेकर लगातार धरना चल रहा है। इसी क्रम में सोमवार को राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल भी इस धरने में शामिल होने आएं। इससे पहले सुबह से ही सोशल मीडिया पर जोधपुर धरने पर चलने के आह्वान के संदेश चलते रहे। इसके चलते आज कुड़ी भगतासनी स्थित तेजा मंदिर परिसर में भारी भीड़ जमा हो गई। नागौर सांसद ने सोशल मीडिया पर जोधपुर आने की सूचना जारी करते हुए कहा कि राजस्थान की सरकार इस जघन्य हत्याकांड में सफेदपोश लोगों को बचाने में लगी है। मगर सरकार ने परिजनों की मंशा के अनुरूप न्यायोचित कार्रवाई नहीं की तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। इसके लिए ज्यादा से ज्यादा लोग जोधपुर पहुंचे।

पॉलीग्राफ टेस्ट पर दिया जवाब, टेस्ट के लिए किया मना :

मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन के पॉलीग्राफ टेस्ट को लेकर उसके अधिवक्ता की ओर से कोर्ट में जवाब पेश किया गया। इसमें कहा गया है कि गुलामुद्दीन ने पॉलीग्राफ टेस्ट करवाने को मना किया है। किसी व्यक्ति की अनुमति बिना उसका पॉलीग्राफ टेस्ट नहीं करवाया जा सकता है। गुलामुद्दीन के अधिवक्ता एमए राव ने बताया कि सोमवार को नोटिस का जवाब दे दिया गया है।

ऑडियो को लेकर सुमन ने बदले सुर

इस मर्डर केस की गुत्थी सुलझाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई है। एक तरफ मुख्य आरोपित गुलामुद्दीन गुमराह कर रहा है, दूसरी तरफ हत्याकांड के पीछे बड़े प्रॉपर्टी डीलर का नाम लेने वाली अनीता चौधरी की सहेली सुनीता सेन उर्फ सुमन भी अपने बयानों से पलट गई है। अनिता की हत्या के बाद सुमन की एक रिकॉर्डिंग सामने आई थी। कॉल रिकॉर्डिंग में जहां सुमन प्रॉपर्टी कारोबारी पर कई आरोप लगा रही थी। वहीं अब वह कारेाबारी को पहचानने से इनकार कर रही है। सुमन का कहना है कि कारोबारी का नाम उसने अनिता के मुंह से ही सुना था, कभी उसका चेहरा तक नहीं देखा था। दरअसल अनिता के पति मनमोहन चौधरी और उसकी सहेली सुमन की एक 18 मिनट की कॉल रिकार्डिंग सामने आई थी। इस रिकार्डिंग में सुमन और मनमोहन अनिता के गायब होने के बारे में बात कर रहे हैं। इस मामले में प्रॉपर्टी कारोबारी पर अनिता के गायब होने और अनिता के पास कारोबारी जुड़े फोटो या वीडियो आने का जिक्र किया जा रहा है। इस कॉल रिकॉर्डिंग के बाहर आने के बाद ही पुलिस की जांच का एंगल बदला था। पुलिस ने इस मामले में सुमन, कारोबारी सहित कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। सुमन ने बताया कि इस कॉल रिकॉर्डिंग के सामने आने के बाद पुलिस मुझे पूछताछ के लिए अपने साथ थाने ले गई। सात दिन तक थाने में रखा और पूछताछ करते रहे। इस दौरान पुलिस ने मुझे कई बार पीटा और गालियां भी दीं। वह बार-बार एक ही सवाल पूछ रहे थे कि तुम क्या जानती हो बताओ…? इसके बाद पुलिस ने मुझे जेल भिजवा दिया। पांच दिन मैंने जेल में गुजारे और उसके बाद परिजनों ने मेरी जमानत करवाई है।