अनिल अंबानी की दिवालिया हो चुकी कंपनी रिलायंस कैपिटल के अधिग्रहण की प्रक्रिया अपने अंतिम चरण में पहुंच गई है। खबरों के मुताबिक, इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) ने 98.6 अरब रुपये (1.1 अरब डॉलर) में इस अधिग्रहण को लगभग पूरा कर लिया है।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट का खुलासा
- जल्द ही इस डील की आधिकारिक घोषणा हो सकती है।
- फिलहाल इंडसइंड इंटरनेशनल और रिलायंस कैपिटल की ओर से इस पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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कैसे पहुंची रिलायंस कैपिटल दिवालियापन तक?
- भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नवंबर 2021 में रिलायंस कैपिटल का कंट्रोल अपने हाथ में ले लिया।
- इसका कारण था कि कंपनी अपने भुगतान दायित्वों को पूरा करने में विफल रही थी और “गंभीर चिंताओं” (Serious Concerns) का सामना कर रही थी।
- इसके बाद कंपनी को दिवालिया घोषित कर दिया गया और इसके अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू की गई।
कब तक पूरी होगी अधिग्रहण प्रक्रिया?
NCLT ने 12 मार्च तक दिया था फैसला करने का निर्देश
- राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (NCLT) ने बैंकों और निगरानी समिति को 12 मार्च तक सभी प्रक्रियात्मक पहलुओं को हल करने का निर्देश दिया था।
- इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) को पिछले साल फरवरी 2024 में NCLT से अधिग्रहण की मंजूरी मिल गई थी।
- अब, अंतिम प्रक्रिया पूरी होने के बाद रिलायंस कैपिटल का स्वामित्व आधिकारिक रूप से IIHL को सौंप दिया जाएगा।
IIHL ने रिलायंस कैपिटल के लिए 2,750 करोड़ रुपये की पूंजी देने की पेशकश की
इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (IIHL) ने रिलायंस कैपिटल के खाते में इक्विटी पूंजी के रूप में 2,750 करोड़ रुपये डालने की पेशकश की।
- NCLT ने इस प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है।
- इससे कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में मदद मिलेगी।