280 छात्राओं ने पीटी टीचर की कार्यशैली से नाराज होकर दी स्कूल छोड़ने की चेतावनी

गुमला,4 मई (हि.स.) । अक्सर सुर्खियों में रहने वाला कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की पीटी टीचर कमला कुमारी के खिलाफ आखिरकार रायडीह के कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ने वाली करीब तीन सौ छात्राओं ने मोर्चा खोल दिया है। सभी छात्राओं ने पीटी टीचर की कार्यशैली से छुब्ध होकर एक साथ स्कूल छोड़ने की धमकी भी दे डाली है ।

जनप्रतिनिधियों व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के कान में यह बात आने के बाद बीते सोमवार,मंगलवार व शुक्रवार को स्कूल में बैठक कर छात्राओं को समझाया गया है। फिलहाल स्कूल छोड़ने की बात से छात्राएं पीछे हट गई है। मगर स्कूल से पीटी टीचर को हटाने की मांग पर अड़ी हुई है।

बताया जाता है कि स्कूल में नामांकित 350 छात्राओं में से 70 छात्राएं पीटी टीचर की कार्यशैली से नाराज होकर अपनी बीमारियों का हवाला देते हुए अपने घर चली गई है। छात्राओं ने बताया कि पीटी टीचर ने जब से यहां योगदान दिया है । तब से उनका व्यवहार ठीक नही है। वे छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार करती है। अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए मारपीट करते हुए गरीब कहकर प्रताड़ित करती है। पीटी टीचर द्वारा उनसे कपड़ा धुलवाया जाता है । इंकार करने पर प्रताड़ना बढ़ जाती है । उन्हें हमेशा किसी अनहोनी की आशंका बनी रहती है। वे पीटी टीचर के कारण डर के साये में रहने को विवश है ।

छात्राओं की इन बातों को सुनने के बाद शुक्रवार को शिक्षा विभाग के अधिकारी भी स्कूल पहुँचे थे। वे भी छात्राओं के मान मनौवल पर जुटे हुए थे। छात्राएँ अधिकारियो के समक्ष रोने लगी । इसके बाद अभिभावक रंथु लोहरा ,नेलशन लकड़ा ,जोगेन्द्र महली,सुनीता देवी, सबीता देवी,प्रसान्नी देवी,पंकज कुजूर, जैलेन्द्र उराँव आदि ने अधिकारियों से उक्त पीटी टीचर को हटाने की मांग की, कार्रवाई नहीं होने पर बच्चो को अपने साथ ले जाने की चेतावनी दी। इसके बावजूद विभाग के अधिकारी किसी निष्कर्ष पर नही पहुंचे हैं ।

इस बीच कुछ अभिभावक अपने चार पांच बच्चो को घर ले गए। इस संबंध में पीटी टीचर कमला कुमारी से जब पूछा गया तो पहले उन्होंने पत्रकारों पर ही रौब दिखाने की कोशिश की। मोबाइल में छात्राओं का कैद किये गए बातों को डिलीट करने को कहा। फिर कहा कि मेरे उपर लगाये गये सारे आरोप गलत है। बच्चों को मेरे खिलाफ भड़काया गया है।