गुजरात की आंगनवाड़ी बहनों ने सीमा पर तैनात सैनिकों को भेजे रक्षा कवच

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अहमदाबाद, 17 अगस्त (हि.स.)। गुजरात की आंगनवाड़ी बहनों ने रक्षाबंधन के पवित्र त्योहार पर देश की सीमा पर सुरक्षा का दायित्व संभालने वाले सैनिकों को एक लाख से अधिक राखियों का रक्षा कवच भेजा है। शनिवार को इन राखियों के कलशों को मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने सेना के

के अधिकारियों को सौंपे।

देश की सीमाओं पर तैनात सैनिक अधिकांश त्योहार अपने घर-परिवार से दूर मनाते हैं। ऐसे सैनिकों को इस बार भाई-बहन के प्रेम का पवित्र त्योहार रक्षाबंधन पर अपनत्व की अनुभूति कराने के लिए गुजरात ने ‘एक राखी देश के जवानों के नाम’ नाम दिया है। इस उद्देश्य से राज्य की 53 हजार आंगनवाड़ियों की बहनों ने एक लाख तीन हजार से अधिक राखियों का रक्षा कवच देश की सीमा पर तैनात वीर जवानों को भेजने के लिए

एक आयोजन किया है। शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल तथा महिला एवं बाल कल्याण मंत्री भानुबेन बाबरिया ने इस रक्षा सूत्र से भरे इन राखी कलशों को सीमा के जवानों तक पहुंचाने के लिए 16 मराठा लाइट इन्फैंट्री के लेफ्टिनेंट कर्नल राकेश कुमार व सब मेजर जनरल संतोष कामटे को सौंपे। इनमें राखियां ही नहीं बल्कि सैनिकों की दीर्घायु की शुभकामनाएं एवं प्रार्थनाएं भी शामिल हैं।

इस कलश अर्पण कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग के सचिव तथा आयुक्त राकेश शंकर, एकीकृत बाल विकास सेवाएं (आईसीडीएस) आयुक्त रणजीत कुमार सिंह, विभाग की उप सचिव कुमुदबेन याज्ञिक तथा आंगनवाड़ी कार्यकर्ता व पर्यवेक्षक बहनें भी उपस्थित रहे।