An example of women Empowerment: झारखंड की मुखिया काजल सिंह ऑफिस से खेत तक करती हैं काम
News India Live, Digital Desk: An example of women Empowerment:झारखंड की बिर्रा पंचायत की मुखिया काजल सिंह, महिला सशक्तिकरण और कर्मठता की एक अनूठी मिसाल पेश कर रही हैं। वे न केवल अपने प्रशासनिक कर्तव्यों को बखूबी निभा रही हैं, बल्कि अपने परिवार के साथ खेतों में भी सक्रिय रूप से काम करती हैं। उनकी यह सादगी और कर्तव्यनिष्ठा उन्हें अन्य जन प्रतिनिधियों से अलग खड़ा करती है।
आम तौर पर जन प्रतिनिधियों को जहां बड़ी कुर्सियों पर बैठकर केवल आदेश जारी करते हुए देखा जाता है, वहीं काजल सिंह पंचायत भवन में अपने सरकारी कामों को निपटाने के बाद सीधे खेतों की ओर निकल पड़ती हैं। वह अपने परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेतों में फसल बुआई से लेकर कटाई तक के सभी कामों में हाथ बटाती हैं। उन्हें कई बार पानी देते, खरपतवार निकालते या धान की रोपाई करते देखा गया है।
काजल सिंह का यह दोहरी भूमिका निभाना यह दर्शाता है कि वह सिर्फ एक नाम मात्र की मुखिया नहीं हैं, बल्कि गांव और जमीन से जुड़ी एक मेहनती नेता हैं। उनका मानना है कि वास्तविक विकास तभी होता है जब नेता जमीन से जुड़कर लोगों की परेशानियों को समझें और उन्हें दूर करने के लिए खुद भी हाथ बटाएं। उनके इस कार्य से स्थानीय लोग भी बहुत प्रभावित हैं और उन्हें एक ईमानदार तथा समर्पित जनप्रतिनिधि के रूप में देखते हैं। उनकी कहानी उन सभी लोगों के लिए प्रेरणा है जो यह सोचते हैं कि सार्वजनिक सेवा और व्यक्तिगत कर्तव्य एक साथ नहीं निभाए जा सकते। काजल सिंह यह साबित कर रही हैं कि दृढ़ इच्छाशक्ति और सच्ची लगन हो तो कोई भी भूमिका असंभव नहीं होती। उनका यह अनूठा कार्य ग्राम स्वराज और सशक्त महिला नेतृत्व का एक जीवंत उदाहरण प्रस्तुत करता है।
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