शिरोमणि अकाली दल (वारिस पंजाब डे) के संस्थापक और खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंह ने पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की है। इस याचिका में उन्होंने संसद सत्रों में भाग लेने और गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने की अनुमति मांगी है। फिलहाल, अमृतपाल सिंह राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत डिब्रूगढ़ केंद्रीय जेल में हिरासत में हैं।
याचिका के मुख्य बिंदु
- संसदीय कर्तव्यों की बाध्यता
अमृतपाल सिंह ने अपनी याचिका में कहा है कि बतौर सांसद उनका कर्तव्य है कि वे संसद सत्रों में भाग लें और जनता की चिंताओं को संसद में उठाएं।- संसद में उनकी अनुपस्थिति उनके क्षेत्र और जनता के मुद्दों पर प्रभाव डाल सकती है।
- उन्होंने इसे “राष्ट्रीय महत्व और सार्वजनिक हित का मामला” बताया।
- गणतंत्र दिवस समारोह में भागीदारी
याचिका में अमृतपाल सिंह ने गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने की इजाजत की भी मांग की है। उनका कहना है कि यह लोकतंत्र की समावेशिता और संवैधानिक मूल्यों का प्रतीक है।
केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ याचिका
अमृतपाल सिंह ने अपनी याचिका में केंद्र सरकार, पंजाब सरकार, और अन्य संबंधित पक्षों को नामजद किया है।
- उनकी दलील है कि उनकी मौजूदा हिरासत सांसद के संवैधानिक कर्तव्यों को पूरा करने में बाधा बन रही है।
- यह मामला न केवल व्यक्तिगत अधिकारों का है, बल्कि लोकतांत्रिक सिद्धांतों और संसद की कार्यक्षमता का भी सवाल उठाता है।
कानूनी टीम का पक्ष
अमृतपाल सिंह की कानूनी टीम का कहना है कि:
- लोकतांत्रिक सिद्धांतों का पालन: सांसद होने के नाते, संसद में उनकी भागीदारी यह सुनिश्चित करेगी कि लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतों का पालन हो।
- सांसद की भूमिका का महत्व: उनकी भागीदारी यह संदेश देगी कि हिरासत में रहते हुए भी लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन किया जा सकता है।
याचिका की स्थिति
- याचिका की प्रतियां संबंधित पक्षों को भेजी जा चुकी हैं।
- हालांकि, कोर्ट में सुनवाई की तारीख अब तक तय नहीं हुई है।