हिसार, 21 मई (हि.स.)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य परिषद सदस्य एमएल सहगल ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री मंत्री अमित शाह ने हिसार में हुई चुनावी रैली में असली मुद्दों पर बोलने की बजाय चुनाव को धार्मिक रंग देने का प्रयास किया। असली मुद्दों पर उन्होंने चुप्पी साध ली। यह बात उन्होंने मंगलवार को यहां जारी बयान में कही।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राज्य परिषद सदस्य एमएल सहगल ने मंगलवार को कहा कि अमित शाह ने रैली में कांग्रेस शासनकाल में घपलों की लंबी सूची का विवरण दिया, लेकिन इनमें से कितने मामले की जांच हुई और कांग्रेस के कितने लोगों को जेल में भेजा गया, उसको लेकर वो कोई प्रमाण नहीं दे पाए। उन्होंने भाजपा के 10 साल के शासनकाल में हरियाणा में कितने नए बिजली घरों का निर्माण किया गया और किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए किए गए लाठीचार्ज तथा सडक़ों पर कीलें ठोक कर किसानों को क्यों रोका गया, इस पर भी वो चुप्पी साध गए।
एमएल सहगल ने कहा कि रैली में केंद्रीय गृहमंत्री ने भारतीय सेना में हरियाणा की हिस्सेदारी की प्रशंसा की लेकिन अग्रिवीर भर्ती के माध्यम से हो रहे अन्याय पर कोई टिप्पणी नहीं की। अनाज भंडारण में हरियाणा के किसानों की भागीदारी की प्रशंसा की लेकिन इन्हीं किसानों पर लाठीचार्ज क्यों किया गया उस पर चुप्पी साध गए। इसी प्रकार खेलों में हरियाणा के खिलाडिय़ों के शानदार प्रदर्शन की प्रशंसा की लेकिन राष्ट्रीय महिला खिलाडिय़ों के साथ जो व्यवहार किया गया, उस पर भी अमित शाह चुप्पी साध गए।
एमएल सहगल ने कहा कि रैली में असली मुद्दों पर बोलने की बजाय 30 बार नरेंद्र मोदी का नाम लेकर उनका गुणगान किया गया। इसी प्रकार कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को दस बार राहुल बाबा नाम से बोलकर अपनी भाषा शैली का प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि रैली में आम जनता से जुड़े बेरोजगारी, महंगाई जैसे मुद्दों पर चुप्पी साधकर अमित शाह ने आम जनता के साथ भद्दा मजाक किया। अब जनता मतदान से इसका जवाब देने का काम करेगी।