हिमाचल प्रदेश में नेम प्लेट को लेकर विवाद चल रहा है. वहीं, प्रदेश की सुक्खू सरकार ने एक अहम मुहिम शुरू की है. सीएम ने रविवार को घोषणा की कि सरकार राज्य में ‘नशा मुक्त हिमाचल अभियान’ शुरू करने जा रही है. इस अभियान की मदद से नशीली दवाओं के खतरे और उनके दुरुपयोग से निपटने के लिए काम किया जाएगा।
हिमाचल प्रदेश में नेम प्लेट को लेकर विवाद ने तूल पकड़ लिया है. इस दौरान मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने रेहड़ी-पटरी वालों, ढाबा-रेस्टोरेंट मालिकों से अपनी दुकानों में आईडी लगाने को कहा. उधर, पार्टी ने कहा है कि नेम प्लेट विवाद को लेकर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है. इस बीच सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने प्रदेश में बड़ा ऐलान किया है. उन्होंने राज्य को नशे से मुक्ति दिलाने के लिए एक अभियान शुरू किया है.
सीएम ने रविवार को घोषणा की कि उनकी सरकार राज्य में ‘नशा मुक्त हिमाचल अभियान’ शुरू करने जा रही है. इस अभियान की मदद से नशीली दवाओं के खतरे और उनके दुरुपयोग से निपटने के लिए काम किया जाएगा। अभियान के तीन मुख्य बिंदु हैं. पहला और सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा रोकथाम है। इसके बाद नशा करने वालों की पहचान करना दूसरा सबसे महत्वपूर्ण कार्य है, इसके बाद लोगों को नशे की लत से बाहर निकालना इस अभियान का तीसरा सबसे महत्वपूर्ण कार्य होगा। सीएम सुक्खू ने कहा कि उनकी सरकार दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है.