उत्तराखंड का चोपता: प्राकृतिक खूबसूरती और एडवेंचर का अद्भुत संगम

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हिल स्टेशनों का पर्यटन सीजन कभी खत्म नहीं होता। पर्यटक सालभर यहां आकर कुदरत की खूबसूरती का आनंद लेते हैं। अगर आप भी शहर की भागदौड़ से दूर अपनी छुट्टियों को शांति और सुंदर नजारों के बीच बिताना चाहते हैं, तो उत्तराखंड के चोपता की योजना बना सकते हैं। चोपता को मिनी स्विट्ज़रलैंड के नाम से भी जाना जाता है, और इसकी ताज़ी हवा और हरी-भरी हरियाली आपके मन को तरोताज़ा कर देगी। यहां आपको एडवेंचर के साथ-साथ धार्मिक स्थानों की शांति भी देखने को मिलेगी। आइए जानते हैं चोपता में घूमने वाली कुछ खूबसूरत जगहों के बारे में।

1. चोपता तुंगनाथ ट्रेक

चोपता में यात्रियों के लिए प्रसिद्ध तुंगनाथ मंदिर एक प्रमुख आकर्षण है। यह मंदिर चोपता से 3.5 किमी दूर और 3680 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। तुंगनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित सबसे ऊँचा मंदिर है और यह पंच केदार मंदिरों में से एक है। यह स्थान धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और माना जाता है कि यह मंदिर पांडवों द्वारा पांच हजार साल पहले बनवाया गया था।

2. कंचुला कोरक कस्तूरी मृग अभयारण्य

कंचुला कोरक कस्तूरी मृग अभयारण्य, चोपता में स्थित एक संरक्षित वन्यजीव अभयारण्य है। यह अभयारण्य लगभग 5 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और यहां कस्तूरी मृग और अन्य हिमालयी जीवों का निवास है। इस अभयारण्य का उद्देश्य दुर्लभ जीवों की संख्या को बढ़ाना है, और यह वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक प्रमुख आकर्षण का केंद्र है।

3. चंद्रशिला ट्रेक

चोपता घाटी का एक और प्रमुख आकर्षण चंद्रशिला ट्रेक है, जो भारतीय ट्रैकिंग के शौकीनों के बीच बेहद लोकप्रिय है। यह ट्रेक चोपता से तुंगनाथ (दुनिया का सबसे ऊँचा शिव मंदिर) तक 3.5 किमी लंबा है, और यहां से चंद्रशिला 1.5 किलोमीटर दूर है। यह चढ़ाई थोड़ी खड़ी है, लेकिन पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम ने रावण का वध करने के बाद यहीं तपस्या की थी।

चोपता में आपकी छुट्टियाँ प्रकृति की गोद में बिताने का एक अद्भुत अनुभव होगा, जहां आप धार्मिक स्थलों और अद्भुत ट्रेकिंग का आनंद ले सकते हैं। यदि आप शांति और प्राकृतिक सौंदर्य की खोज में हैं, तो चोपता आपके लिए एक आदर्श स्थल है।