रसखान समाधि स्थल पर 28 सितंबर से बिखरेंगे सांझी के अद्भुत रंग

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मथुरा, 25 सितम्बर(हि.स.)। ब्रज की प्राचीन लोक कलाओं में शामिल सांझी कला के उत्थान के लिए उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद की ओर से सांझी महोत्सव का आयोजन 28 सितंबर से किया जा रहा है। इस पांच दिवसीय सांझी महोत्सव में रसखान समाधि स्थल पर अनेक लोक कलाकार अपनी इस कला का प्रदर्शन करेंगे। यह जानकारी बुधवार शाम उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने दी है।

महावन रमणरेती स्थित महाकवि रसखान और ताज बीबी समाधि स्थल परिसर पर होने वाले आयोजन के संबंध उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ श्याम बहादुर सिंह ने बताया कि इस बार पांच दिवसीय सांझी महोत्सव का आयोजन 28 सितंबर से दाे अक्टूबर तक होने जा रहा है। इसका उद्देश्य ब्रज की इस प्राचीन लोककला को ब्रज के साथ देश-विदेश से आने वाले लोगों तक पहुंचाना है। यह ब्रज की प्राचीन लोक कला है।

उन्होंने बताया कि सांझी महोत्सव के दौरान रसखान समाधि ओपन एयर थियेटर पर शाम पांच से सात बजे तक 28 सितंबर को डॉ मीरा दीक्षित का कथक नृत्य, गोपाल प्रसाद का पद गायन, 29 को बिहारी शरण की भजन संध्या, 30 को मयूर कोशिक का हवेली संगीत, एक अक्टूबर को गीता शोध संस्थान एवं रासलीला अकादमी वृंदावन और श्री नरहरि सेवा संस्थान द्वारा माखन चोरी लीला तथा दो अक्टूबर को पूरन प्रकाश के रसखान के पद और ब्रज में सांझी पर व्याख्यान होगा। इसके साथ ही सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक प्रत्येक दिन कैनवास पर सांझी, सूखे रंगों की सांझी, रंगोली, गोबर सांझी का प्रदर्शन विभिन्न ग्रुप और कलाकारों द्वारा देखने को मिलेगा।