बटाला: गांव दलम में विकास कार्यों के लिए दी गई ग्रांट में ग्रामीणों ने घोटाले का आरोप लगाया है । कुछ ग्रामीणों द्वारा हाई कोर्ट में की गई अपील के बाद हाई कोर्ट द्वारा जारी आदेशों के तहत पंचायत विभाग के एसडीओ के नेतृत्व में जांच टीम ने दलम गांव में विकास कार्यों का निरीक्षण किया.
बता दें कि गांव के विकास के लिए 1 करोड़ 35 लाख की ग्रांट मिली थी. गांव के सरपंच जोगा सिंह के मुताबिक उन्होंने उक्त ग्रांट को ईमानदारी से गांव के विकास में खर्च किया है। ग्रामीण अमरप्रीत सिंह ने पहले ग्रांट में हेरा यात्रा के संबंध में जांच के लिए पंचायत विभाग से अपील की थी। शिकायतकर्ता अमरप्रीत सिंह के मुताबिक सुनवाई न होने पर उन्होंने अनुदान में हुए घोटाले को लेकर हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. करीब डेढ़ साल बाद हाई कोर्ट ने पंचायत विभाग को दलम गांव में हुए विकास कार्यों की जांच कर रिपोर्ट हाई कोर्ट को भेजने का आदेश जारी किया, जिसके बाद एसडीओ गगनदीप सिंह के नेतृत्व में पंचायत विभाग की एक टीम गठित की गई। गांव का दौरा किया और वहां कराए गए विकास कार्यों का निरीक्षण करते हुए विकास कार्यों का आकलन किया और खर्च की गई धनराशि का ब्योरा लिया।
इस मौके पर शिकायतकर्ता अमरप्रीत सिंह और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि गांव में विकास कार्यों के लिए सरकार से 1 करोड़ 35 लाख की ग्रांट मिली थी, जिसमें आधी से ज्यादा ग्रांट राशि सरपंच की मिलीभगत से हड़प ली गई है. .
मेरी ग्रांट से ईमानदारी से किया गांव का विकास: सरपंच जोगा सिंह
सरपंच जोगा सिंह ने कहा कि सरकार से विकास कार्यों के लिए जो भी ग्रांट मिली है, उसे ईमानदारी से गांव के विकास पर खर्च किया गया है। उन्होंने विकास कार्यों में धांधली के आरोपों को नकारते हुए कहा कि गांव में काफी विकास हुआ है और पार्टी से ऊपर उठकर गांव का विकास कार्य किया गया है. इससे पहले भी दो बार विभाग ने जांच की थी, जिसमें उनके द्वारा खर्च की गयी रकम सही पायी गयी थी
जांच के बाद होगी आगे की कार्रवाई : एसडीओ
एसडीओ गगनदीप सिंह ने बताया कि हाईकोर्ट के आदेशानुसार विभाग द्वारा यह जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि दलम गांव में हुए विकास कार्यों का दोबारा निरीक्षण किया गया है और रिपोर्ट तैयार कर विभाग को भेजी जाएगी, जिसे विभाग की ओर से हाईकोर्ट में दायर किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच के बाद ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.