झज्जर: राठी हत्या केस सीबीआई को देने में जान-बूझकर ढिलाई करने का आरोप

झज्जर, 25 अप्रैल (हि.स.)। इंडियन नेशनल लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष नफे सिंह राठी के बेटों ने नफे सिंह व उनके सहयोगी जयकिशन दलाल हत्याकांड की जांच अब तक अंजाम तक न पहुंचने पर सरकार की आलोचना की है। उन्होंने हत्याकांड की जांच तुरंत सीबीआई के हवाले करने और एफआईआर में नामजद आरोपियों का नार्को टेस्ट करवाने की मांग करने की मांग की है।

स्व. नफे सिंह राठी के बेटे जितेंद्र राठी व भूपेंद्र राठी ने अपने पिता की हत्या के मामले की जांच में अब तक हुई जांच की स्थिति को लेकर पत्रकारों से बातचीत की। जितेंद्र राठी ने सरकार पर हत्यारों व षडय़ंत्रकारियों को बचाने के आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार मामले की सही ढंग से जांच नहीं करवाना चाहती। इसलिए नफे सिंह राठी की हत्या को दो महीने बीत जाने के बाद भी अब तक मामले की जांच सीबीआई को नहीं सौपी गई है। जितेंद्र ने सरकार से पांच सवाल पूछे हैं। उन्होंने पूछा कि सीबीआई को अब तक केस ट्रांसफर क्यों नहीं किया गया है? अब तक हत्याकांड के साजिशकर्ता के नाम का पर्दाफाश क्यों नहीं हुआ है? वारदात को अंजाम देने वाले शूटर अब तक क्यों नहीं पकड़े गए हैं? वारदात के समय इस्तेमाल किए गए हथियार भी अब तक बरामद नहीं हुए हैं? इतना ही नहीं अब तक मामले की एफआईआर में नामजद आरोपियों का नार्को टेस्ट क्यों नहीं करवाया गया है?

जितेंद्र ने कहा कि सरकार केस को ठंडे बस्ते में डालने का प्रयास कर रही है, लेकिन उनका परिवार स्व. नफे सिंह राठी को न्याय दिलाने के लिए कानूनी लड़ाई लड़ेगा। नफे सिंह ने हमेशा जनसमस्याओं को उठाया और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। ऐसे नेता को न्याय दिलाने के लिए उनके समर्थक कानून सम्मत लडाई लड़ेंगे। इस मौके पर इनेलो के कार्यकारी जिलाध्यक्ष रामनिवास सैनी, पार्षद मोहित राठी, सूर्यकांत बोंदवाल व पूर्व पार्षद शशि कुमार सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।