सभी अधिकारी कर्मयोगी की भावना से मिलकर कार्य करें : मुख्य सचिव

जयपुर, 30 अप्रैल (हि.स.)। मुख्य सचिव सुधांशु पंत ने कहा कि सभी अधिकारी एक कर्मयोगी की भावना से मिलकर कार्य करें और जनहित व राज्यहित के प्रति निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति के लिए निरंतर प्रयासरत रहें। उन्होंने सभी विभागों के प्रशासनिक सचिवों एवं विभागाध्यक्षों को अपने अधीनस्थ कार्यालयों व उनके कार्यों की लगातार समीक्षा, निरीक्षण व मॉनिटरिंग करने के लिए निर्देशित करते हुए कहा कि निश्चित समय अवधि में समस्त विभागीय कार्यों को पूरा करना सुनिश्चित करें।

पंत मंगलवार को शासन सचिवालय में आयोजित सीनियर ऑफिसर्स मीटिंग की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकतर विभागों द्वारा बैठकों में प्लास्टिक बॉटल के प्रयोग को बंद करने लिए कांच की बोतल का प्रयोग करना एक सराहनीय पहल है लेकिन इसे विभिन्न जिलों, तहसील व ग्राम पंचायत कार्यालयों तक अमल में लाना होगा। इसी तरह विभिन्न सरकारी बैठकों में उच्चाधिकारियों को बुके देने की परंपरा पर रोक लगाएं। मुख्य सचिव ने उपस्थित विभागों के सचिव व विभागाध्यक्षों को कहा कि विभिन्न स्थानों के दौरे व यात्राओं के दौरान यथासंभव सरकारी परिसम्पतियों मे ही रुकें और बैठकों, कार्यशालाओं व प्रशिक्षण के लिए यथासंभव सरकारी सभागारों के प्रयोग को ही प्राथमिकता दें। पंत ने राजस्व विभाग के अधिकारियों को भू-रूपांतरण, पंजीकरण आदि कार्यों में शत-प्रतिशत पारदर्शिता के लिए नए सॉफ्टवेयर व ऑटोमेटेड सिस्टम के प्रयोग के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग आमजन से जुड़ा एक महत्वपूर्ण विभाग है इसलिए वरिष्ठ अधिकारी भी नियमित मॉनिटरिंग करें तथा विभिन्न स्तर पर पारस्परिक सामंजस्य से निर्णय करें जिससे प्रकरणों के निस्तारण में कम से कम समय लगे।

मुख्य सचिव ने कहा कि मानसून में एक जन आंदोलन के रूप मे अधिक से अधिक वृक्षारोपण की तैयारी करें तथा सभी विभागों के अधिकारियों व कार्मिकों को सम्मिलित रूप से जल संरक्षण व जल संचयन के कार्यों के लिए प्रोत्साहित करें। मुख्य सचिव द्वारा बैठक में उपस्थित अधिकारियों के विभागीय कार्यालयों में डाक तथा फाइलों के औसत निस्तारण समय को कम करने की दिशा में आरम्भ से ही निर्देशित किया जाता रहा है। कुछ माह में ही फाइलों के निस्तारण समय में लगभग 50 प्रतिशत की कमी हुई है एवं लंबित ई-फाईल पहले की तुलना में लगभग 85 प्रतिशत कम हुई है।

मुख्य सचिव ने प्रदेश में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता परीक्षण के लिए थर्ड पार्टी इंस्पेक्शन सुनिश्चित करने के लिए वित्त विभाग के अधिकारियों को विस्तृत गाइडलाइन्स बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गर्मी के मौसम में पशुओं के लिए पशु आश्रयों व जल की व्यवस्था सुनिश्चित करें साथ ही मृत पशुओं के समय पर शव निस्तारण की उचित व्यवस्था करें। इस सम्बन्ध में शिक्षा व उच्च शिक्षा विभाग शैक्षणिक संस्थाओं में भी जागरूकता के लिए गतिविधियों का आयोजन करें। उन्होंने उच्च अधिकारियों द्वारा अपने अधीनस्थ कार्यालयों के औचक निरीक्षण के महत्व पर जोर देते हुये सभी अधिकारियों को इन दिशा-निर्देशों के अनुरूप नियमित रूप से कार्य करने के निर्देश दिए।

पंत ने कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा लोकसेवकों द्वारा किये गए आपराधिक कृत्यों की जाँच के सम्बन्ध में कार्मिक विभाग अथवा अन्य सम्बंधित विभाग से पूर्वानुमोदन प्राप्त करने के लिए लंबित प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण किया जाए। पंत ने सभी विभागों को समय पर डीपीसी करने और विधानसभा से प्राप्त प्रश्नों का उत्तर समय पर देने के निर्देश दिए। बैठक में सम्बंधित विभागों के अतरिक्त मुख्य सचिव, प्रमुख शासन सचिव, सचिव और सम्बंधित अधिकारी उपस्थित रहे।