चंडीगढ़, 10 जुलाई (हि.स.)। ऑल नर्सिंग ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा ने नर्सिंग ऑफिसर्स की मांगों को लेकर स्वास्थ्य महानिदेशक (डीजी) हरियाणा डा. रणदीप सिंह पूनिया से मुलाकात की। साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री से भी मुलाकात कराने के लिए समय दिलवाने का आग्रह किया। इसके लिए एसोसिएशन को एक सप्ताह का समय डीजी की तरफ से दिया गया।
बुधवार को चंडीगढ़ पहुंचीं ऑल नर्सिंग ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन हरियाणा की ओर से अपनी मांगों के संबंध में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मीटिंंग के लिए मुख्यमंत्री के पीए को पत्र दिया गया। साथ ही महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं हरियाणा को भी इस संबंध में पत्र दिया गया।
एसोसिएशन की ओर से कहा गया है कि आगामी एक सप्ताह में मुख्यमंत्री, एडिशनल चीफ सेक्रेटरी व स्वास्थ्य मंत्री से मीटिंग के लिए समय नहीं मिला तो एसोसिएशन अगली रणनीति तैयार करेगी। इस दौरान ऑल नर्सिंग ऑफिसर्स वेलफेयर एसोसिएशन की चेयरपर्सन निर्मल ढांडा, राज्य प्रधान सुनीता देवी, उपाध्यक्ष कमलेश सिवाच, महासचिव संतोष अहलावत, एडवाइजर संतोष मलिक एवं सुदेश चौधरी, प्रेस सचिव पूनम सहराय व सरवन के अलावा एसोसिएशन के सदस्य किरन, प्रदीप धनखड़ समेत कई सदस्य मौजूद रहे।
चेयरपर्सन निर्मल ढांडा ने बताया कि नर्सिंग ऑफिसर्स का 7200 रुपये अलाउंस व ग्रुप-बी का दर्जा उनकी मुख्य मांगे हैं। साथ ही नर्सिंग सिस्टर्स की प्रमोशन लिस्ट भी तुंरत जारी करने की मांग की गई। डीजी ने अधिकारियों को प्रमोशन लिस्ट जल्द जारी करने के निर्देश दिये। साथ ही एलटीसी का बजट जारी करवा दिया गया।
एसोसिएशन की ओर से कहा गया कि अस्पतालों में रीढ़ की हड्डी बनकर काम करने वाली नर्सिंग ऑफिसर्स ने हमेशा स्वास्थ्य विभाग का सम्मान बढ़ाया है। अपनी मांगों को शांतिपूर्वक उठाते हुए अस्पतालों में मरीजों की सेवा को बाधित नहीं होने देना नर्सिंग ऑफिसर्स की प्राथमिकताओं में रहता है। बेहद ही जिम्मेदारी के इस प्रोफेशन में नर्सिंग ऑफिसर्स की भूमिका फ्रंट लाइन की होती है। उनकी तीन मुख्य मांगें हैं। उनका कहना है कि सरकार इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा करके हरियाणा में नर्सिंग ऑफिसर्स को उनके हक दे। वर्षों से उन्हें उनके हकों से वंचित रखा जा रहा है।