हनुमान मंदिर: जामनगर शहर में रणमल झील के दक्षिण-पूर्व में हनुमानजी का एक चमत्कारी मंदिर स्थित है। इस मंदिर की स्थापना वर्ष 1540 में जामनगर की स्थापना के साथ ही की गई थी। यह मंदिर बहुत प्राचीन है और इस मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है।
59 वर्षों से चल रही है राम धुन
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज जामनगर के पौराणिक बाला हनुमान मंदिर की खास बात यह है कि यहां पिछले 59 वर्षों से लगातार श्री राम जय राम जय जय की राम धुन चल रही है। इस मंदिर में राम 24 घंटे खेलते रहते हैं। इस रामधुन की शुरुआत 1 अगस्त 1964 को हुई थी और आज भी यह रामधुन बज रही है।
1964 में हुई थी शुरुआत
मंदिर प्रशासन के मुताबिक, अखंड राम धुन की शुरुआत प्रेमभिक्षुजी महाराज ने 1 अगस्त 1964 को की थी, जो जामनगर के इतिहास में एक स्वर्णिम अक्षर वाली तारीख है। 1-8-1964 लिखा गया है और तब से जामनगर का पौराणिक बाला हनुमान मंदिर बाढ़, तूफान, भूकंप, सुनामी आदि कई आपदाओं के बावजूद लगातार अखंड रामधुन बजाता आ रहा है। इसी वजह से इस मंदिर का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है।
57 साल पुरानी परंपरा
1 अगस्त 1964 यानी 59 साल पहले महाराजजी के आदेश पर हनुमान भक्तों ने 7 दिनों तक लगातार 24 घंटे ‘श्री राम जय राम जय जय राम’ मंत्र का जाप करने का फैसला किया। जो बाद में एक अंतहीन परंपरा बन गई और आज तक जारी है। अब एक दिन पहले ही राम धुन गाने वालों की सूची तैयार कर नोटिस बोर्ड पर चस्पा कर दी जाती है। मंदिर में कोई भी भक्त अपनी इच्छा से अखंड राम धुन में शामिल हो सकता है।
भूकंप में भी जारी रही अखंड धुनें
खास बात यह है कि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं ने आधी सदी बीत जाने के बाद भी राम धुनों की लहर को टूटने नहीं दिया है. वर्ष 2001 में गुजरात में आए विनाशकारी भूकंप के दौरान भी भक्त अखंड राम धुन गाते रहे।