एयर इंडिया फ्री बैगेज लिमिट: टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयरलाइन एयर इंडिया ने अपनी फ्री बैगेज पॉलिसी में बदलाव किया है। 50,000 करोड़ रुपये से अधिक के घाटे में चल रही एयरलाइन को पटरी पर लाने के लिए टाटा समूह द्वारा की गई कई पहलों के तहत एयर इंडिया ने अपनी सबसे कम किराया श्रेणी के लिए अधिकतम फ्री बैगेज भत्ते को घटा दिया है। एयर इंडिया ने अधिकतम फ्री बैगेज भत्ते को 20 किलोग्राम से घटाकर 15 किलोग्राम कर दिया है।
अधिसूचना में दी गई जानकारी
एयरलाइन ने ट्रैवल एजेंटों को जारी अधिसूचना में कहा कि ‘इकोनॉमी कम्फर्ट’ और ‘कम्फर्ट प्लस’ किराया श्रेणियों में एयर इंडिया से उड़ान भरने वाले यात्रियों को 15 किलोग्राम चेक-इन बैगेज ले जाने की अनुमति होगी। नई मुफ्त वेतन सीमा गुरुवार से लागू हो गई है।
2022 में टाटा का अधिग्रहण
आपको बता दें कि टाटा ग्रुप ने साल 2022 में एयर इंडिया को खरीद लिया है। निजीकरण से पहले एयरलाइन 25 किलो का मुफ़्त बैगेज अलाउंस देती थी, जिसे पिछले साल घटाकर 20 किलो कर दिया गया था। अब एयर इंडिया की मुफ़्त बैगेज लिमिट दूसरी एयरलाइन्स के बराबर हो गई है। हालांकि, इंडिगो जैसी दूसरी कम बजट वाली एयरलाइन्स, जो यात्रियों को एक बैग ले जाने की अनुमति देती हैं।
इनके विपरीत, एयर इंडिया अपने यात्रियों को कई बैग ले जाने की अनुमति देगा। वहीं, नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए ने आदेश दिया है कि एयरलाइंस को यात्रियों को कम से कम 15 किलो का मुफ्त चेक-इन बैग ले जाने की अनुमति देनी चाहिए।
अधिक किराया देने वाले यात्री अधिक सामान ले जा सकेंगे
एयर इंडिया ‘इकोनॉमी फ्लेक्स’ के तहत अधिक किराया देने वाले यात्रियों को 25 किलोग्राम तक का हैंड बैगेज ले जाने की अनुमति देगी तथा उन्हें टिकट पर कोई परिवर्तन शुल्क नहीं लेने जैसी अन्य सुविधाएं भी प्रदान करेगी।
एयर इंडिया ने यह कहा
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया कि दिल्ली-मुंबई जैसे रूट पर ‘कम्फर्ट प्लस’ और ‘फ्लेक्स’ के किराए में करीब 1,000 रुपये का अंतर होगा, लेकिन 10 किलो अतिरिक्त सामान, जीरो चेंज या कैंसिलेशन फीस, ज्यादा लॉयल्टी पॉइंट और मुफ्त विकल्प होंगे। सीटों के बेहतर विकल्प के लिए दी जाने वाली कीमत करीब 9,000 रुपये है। आपको बता दें कि पिछले साल टाटा ने एयरलाइन के घाटे को कम करने के लिए कई किराया ब्रैकेट लॉन्च किए थे।
ओवरलोडिंग पर देना होगा इतना चार्ज!
आपको बता दें कि एयर इंडिया यात्रियों से अतिरिक्त सामान पर 600 रुपये प्रति किलोग्राम का शुल्क लेती है, जिसमें जीएसटी शुल्क भी शामिल है। यात्री विमान में अपने साथ 10 किलोग्राम सामान ले जा सकते हैं, लेकिन अगर उनका सामान इससे ज़्यादा है, तो उन्हें इसे चेक-इन बैगेज में जोड़ना होगा।