एयर इंडिया विस्तारा विलय: एयर इंडिया और विस्तारा के विलय से दोनों एयरलाइंस के करीब 600 कर्मचारी प्रभावित होने की संभावना है। हालांकि, उन्हें टाटा समूह और एयर इंडिया समूह के भीतर अन्य इकाइयों में रोजगार देने का प्रयास किया जाएगा। सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी। घाटे में चल रही इन दोनों एयरलाइन कंपनियों का स्वामित्व टाटा समूह के पास है। इनके कुल कर्मचारियों की संख्या 23,000 से अधिक है। टाटा समूह अपने विमानन कारोबार को बेहतर बनाने के लिए अपनी एयरलाइंस का विलय करने की योजना पर काम कर रहा है।
600 कर्मचारियों के प्रभावित होने की संभावना
विलय योजना से जुड़े सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि विलय से एयर इंडिया और विस्तारा के करीब 600 कर्मचारी प्रभावित हो सकते हैं। ये कर्मचारी गैर विमानन गतिविधियों से जुड़े काम से जुड़े हैं। सूत्रों ने बताया कि विलय प्रक्रिया से प्रभावित होने वाले इन कर्मचारियों को एयर इंडिया के साथ ही टाटा समूह की अन्य कंपनियों में भी रोजगार दिलाने का प्रयास किया जाएगा। किसी भी समूह में समायोजित नहीं हो पाने वाले कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक पृथक्करण योजना पैकेज लाया जाएगा।
विलय प्रक्रिया कब शुरू होगी?
सूत्रों के अनुसार, सितंबर के अंत या अक्टूबर की शुरुआत तक विलय की प्रक्रिया पूरी होने की उम्मीद है। प्रक्रिया पूरी होने के बाद ही प्रभावित कर्मचारियों की सही संख्या का पता चल पाएगा। इस संबंध में एयर इंडिया की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। विलय की प्रक्रिया को लागू करने की कवायद पिछले कुछ महीनों से चल रही है। इस दौरान एयरलाइंस के कर्मचारियों का चयन उनके पिछले अनुभव, प्रदर्शन और अन्य कारकों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है। हालांकि, सूत्रों ने स्पष्ट किया कि विलय की प्रक्रिया का दोनों एयरलाइंस के क्रू मेंबर और पायलटों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।