‘AIMIM ने एक भी पैसा नहीं जुटाया’, इलेक्टोरल बॉन्ड पर ओवैसी का बीजेपी, कांग्रेस, सपा पर निशाना

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले चंदे को लेकर बीजेपी, कांग्रेस, सपा समेत अन्य विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधा. ओवैसी ने कहा, लगभग सभी पार्टियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा लिया, लेकिन AIMIM ने इससे एक भी पैसा नहीं जुटाया. फिर भी ये सभी लोग मुझे बीजेपी की बी टीम कहते हैं.

ओवैसी ने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, ”चाहें बीजेपी हो, या टीएमसी, कांग्रेस, बीआरएस, डीएमके, बीजेडी, सपा, वाईएसआर, शिवसेना लगभग सभी पार्टियों ने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए चंदा लिया, बीजेपी को अकेले 6000 करोड़ चंदा मिला. लेकिन हमारी पार्टी AIMIM ने एक भी पैसा नहीं जुटाया. लेकिन ये लोग असदुद्दीन ओवैसी को बीजेपी की B टीम कहते हैं.”

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर चुनाव आयोग ने एसबीआई से मिली इलेक्टोरल बॉन्ड की जानकारी को अपनी वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया. चुनाव आयोग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए 12 अप्रैल 2019 से 24 जनवरी 2024  तक 6060 करोड़ रुपये का चंदा मिला है. इसके अलावा टीएमसी को 1609 करोड़, कांग्रेस को 1442 करोड़, बीआरएस को 1214 करोड़, बीजेडी को 775 करोड़ और डीएमके को 639 करोड़ रुपये का चंदा मिला है.

इन कंपिनयों ने दिल खोलकर खरीदे चुनावी बॉन्ड

चुनावी बॉन्ड खरीदने वाली कंपनियों में फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज (1,208 करोड़), तेलंगाना स्थित मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (₹1,186 करोड़, जिसमें इसकी सहायक कंपनी वेस्टर अप पावर ट्रांसमिशन द्वारा खरीदे गए ₹220 करोड़ मूल्य के बांड शामिल हैं), क्विक सप्लाई चेन ( ₹410 करोड़); वेदांता ( ₹400.7 करोड़) और हल्दिया एनर्जी ( ₹377 करोड़) शामिल हैं.