मधुमेह तब होता है जब अग्न्याशय ठीक से इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है या जब हमारा शरीर इंसुलिन का उपयोग ठीक से नहीं कर पाता है।
ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक तरीके हैं। कुछ आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियाँ रक्त शर्करा के स्तर को बहुत आसानी से नियंत्रित करती हैं।
इन्हीं में से एक है तुलसी का पत्ता। तुलसी का न केवल धार्मिक रूप से बल्कि आयुर्वेद में भी बहुत महत्व है। तुलसी में कई तरह के आयुर्वेदिक औषधीय गुण होते हैं जो कई गंभीर बीमारियों से बचाते हैं।
तुलसी के पत्तों का सेवन हमारे शरीर को संक्रमणों से बचाता है। तुलसी रक्त शर्करा को नियंत्रित करने में भी मदद करती है।
प्रतिदिन सुबह उठकर तुलसी की एक पत्ती को अच्छे से चबाना चाहिए और उसका रस निगलना चाहिए। इससे पूरा दिन ब्लड शुगर नियंत्रण में रहता है।
सुबह तुलसी के पत्ते उबालकर पानी छान लें और पी लें। इससे मधुमेह भी नियंत्रित रहता है।
एक अध्ययन से पता चला है कि तुलसी रक्त शर्करा को काफी कम कर सकती है।