प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से सक्रिय हो गए हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तीन बार फोन पर बातचीत की और स्थिति की विस्तृत जानकारी ली।
प्रधानमंत्री के अलावा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी सीएम योगी से चर्चा की। पीएम मोदी ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
महाकुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु एकत्र हुए हैं, जिससे सुरक्षा, स्वास्थ्य और व्यवस्था को बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने योगी सरकार को निर्देश दिया कि सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं, ताकि किसी को भी कठिनाई का सामना न करना पड़े।
केंद्र और राज्य सरकार मिलकर कर रही हैं व्यवस्था सुनिश्चित
- केंद्र और राज्य सरकार मिलकर यह प्रयास कर रही हैं कि महाकुंभ मेला शांतिपूर्ण और सुरक्षित तरीके से संपन्न हो।
- पीएम मोदी के निर्देशानुसार राहत सेवाएं तेज कर दी गई हैं और घायल श्रद्धालुओं के इलाज की समुचित व्यवस्था की जा रही है।
- यूपी सरकार ने प्रशासन को अतिरिक्त सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाएं बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
मौनी अमावस्या पर भगदड़, अखाड़ों ने किया अमृत स्नान रद्द
मौनी अमावस्या के अवसर पर लाखों श्रद्धालु संगम तट पर स्नान के लिए पहुंचे, जिससे बुधवार तड़के भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
- इस भगदड़ में कई लोगों के हताहत होने की आशंका है।
- घटना को देखते हुए अखाड़ों ने अपना पारंपरिक अमृत स्नान कार्यक्रम रद्द करने की घोषणा की।
- हालांकि, सूत्रों के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रमुख संतों से बात कर अमृत स्नान करने का आग्रह किया है।
संगम तट पर अब भी भारी भीड़
हालांकि भगदड़ की घटना के बावजूद, श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं आई।
- मेला क्षेत्र में अभी भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु संगम और अन्य घाटों पर डुबकी लगा रहे हैं।
- प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों और स्वास्थ्य सेवाओं को तैनात कर रहा है।
सरकार और प्रशासन की पूरी कोशिश है कि महाकुंभ मेला बिना किसी अव्यवस्था के संपन्न हो और सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित माहौल मिले।