‘चुनाव के बाद देखेंगे, मैं बीजेपी में हूं और…’ वरुण का टिकट कटने पर मेनका गांधी ने तोड़ी चुप्पी

लोकसभा चुनाव में बीजेपी नेता और पीलीभीत से सांसद वरुण गांधी का टिकट कटने के कई दिनों बाद उनकी मां मेनका गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है. इस चुनाव में बीजेपी ने वरुण गांधी की जगह उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री जितिन प्रसाद को टिकट दिया है. वरुण गांधी पहली बार 2009 में पीलीभीत सीट से सांसद चुने गए थे. इसके बाद वह 2014 में सुल्तानपुर से और फिर 2019 में पीलीभीत सीट से सांसद चुने गए।

 

 

चुनाव के बाद देखेंगे: मेनका गांधी

चुनाव प्रचार के लिए सोमवार को सुल्तानपुर पहुंची मेनका गांधी ने बेटे को टिकट नहीं मिलने के सवाल पर कहा, चुनाव के बाद देखेंगे. अभी भी काफी समय है. मैं बीजेपी में हूं और इस पार्टी में आकर बहुत खुश हूं. हालांकि, उन्होंने आगे कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. गौरतलब है कि बीजेपी ने मेनका गांधी को सुल्तानपुर सीट से अपना उम्मीदवार घोषित किया है. सुल्तानपुर और पीलीभीत सीट पर पिछले कुछ सालों से मेनका गांधी और वरुण गांधी का कब्जा रहा है. 2014 के चुनाव में मेनका गांधी पीलीभीत से सांसद थीं, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने यह सीट अपने बेटे वरुण गांधी को दे दी.

वरुण ढाई लाख से ज्यादा वोटों से जीते

वरुण गांधी को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि पार्टी उनके मौजूदा रवैये से नाराज है. पिछले कुछ महीनों में वरुण गांधी ने इशारों-इशारों में कई बार केंद्र और योगी सरकार के कामकाज पर सवाल उठाए हैं. बेरोजगारी के मुद्दे पर उनके बयानों से सरकार की भी किरकिरी हुई थी, जिसे ध्यान में रखते हुए अब पार्टी ने उनका टिकट काट दिया है और उन्हें किनारे कर दिया है. गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में वरुण गांधी ने पीलीभीत से दो लाख पचास हजार से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी. चुनाव में उन्हें 704,549 वोट मिले. दूसरे स्थान पर सपा प्रत्याशी हेमराज वर्मा रहे, जिन्हें 4,48,922 वोट मिले। इससे पहले 2014 में जब मेनका गांधी इस सीट से चुनाव लड़ रही थीं तो उन्होंने तीन लाख से ज्यादा वोटों से जीत हासिल की थी.